मेयर,डिप्टी, एमआईसी माणिक दे ने की लालमोहन मौलिक निरंजन घाट की सफाई

घाट पर झाड़ू लगाते मेयर
घाट पर झाड़ू लगाते मेयर
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सिलीगुड़ी: छठ महापर्व का समापन हो चुका है | बता दे कि, कई दिनों से सिलीगुड़ी नगर निगम, एसजेडीए, विभिन्न वार्ड पार्षद , अधिकारी व अन्य छठ पूजा को भव्य रूप देने की कोशिश कर रहें थे और इनकी यह कोशिश रंग लाई पूजा सुरक्षित और भव्य रूप से संपन्न हुआ | देखा जाए तो हर वर्ष सिलीगुड़ी नगर निगम द्वारा छठ पूजा में कई तैयारियां की जाती है | सर्वप्रथम तो घाटों के निर्माण में नगर निगम द्वारा सहयोग किया जाता है तो वहीं छठ व्रतियों के बीच पूजन सामग्री भी वितरित की जाती है | व्रतियों और श्रद्धालुओं को नदी तक पहुंचने में किसी प्रकार की समस्या ना हो इसके लिए ट्रैफिक व्यवस्था पर भी ध्यान दिया जाता है | सुरक्षा को लेकर नदी घाटों में पुलिस की निगरानी भी रहती है | इस दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित न हो उसके लिए प्रशासन सतर्क रहती है |

शायद बिहार पटना के बाद सिलीगुड़ी में ही भव्य रूप से छठ पूजा का आयोजन किया जाता है | समय के साथ छठ महापर्व को लेकर लोगों की आस्था बढ़ी है क्योंकि यह ऐसा पर्व है जो प्रकृति को समर्पित है जिसमें व्रतियां सूर्य देव को नदी के जल में खड़े होकर अर्घ्य देती है और यह व्रत बहुत ही कठोर होता है | लोगों का मानना है कि, छठी मैया अपने भक्तों की हर मनोकामना को पूर्ण करती है | सिर्फ हिंदी भाषी ही नहीं हर जाति समुदाय के लोग छठ महापर्व पर असीम आस्था रखते हैं |

छठ पूजा संपन्न होने के बाद मेयर गौतम देब,डिप्टी मेय रंजन सरकार, एमआईसी माणिक दे, पार्षद संजय पाठक सफाई के मद्देनजर लालमोहन मौलिक निरंजन घाट पहुंचे थे और घाट की सफाई में शामिल हुए | मेयर ने खुद छठ घाट की सफाई की | एमआईसी माणिक दे जब इस विषय पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि, सिलीगुड़ी नगर निगम कचरा निस्तारण विभाग द्वारा छठ घाट की सफाई की गई और मेयर गौतम देब , डिप्टी मेयर रंजन सरकार और मैंने सफाई कर्मियों के साथ मिलकर घाटों की सफाई की | हमारा उद्देश्य यहां साफ कर रहे कर्मियों को प्रोत्साहित करना और नदी घाटों की सफाई को लेकर शहर वासियों को जागरूक करना था |

वहीं डिप्टी मेयर रंजन सरकार ने बताया कि नगर निगम, एसजेडीए अन्य अधिकारी मिलकर कई दिनों से छठ घाटों के निर्माण व पूजा की तैयारी कर रहे थे और पूजा सुचारु तरीके से संपन्न भी हुआ | पूजा के बाद नदी घाटों की सफाई होना भी जरूरी है | नदी के अस्तित्व को बचाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है और यह आगे भी जारी रहेगा |

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