बाउंसरों को लेकर विवादों में घिरी भाजपा पार्षद

- 8 बाउंसरों के सुरक्षा घेरे में दंडी काटकर घर से गईं छठ घाट, मेयर ने कहा फैशन होगा या स्टेटस - वार्ड पार्षद अनिता महतो बोलीं - छठी मईया से मांगी थी मन्नत, उसे किया पूरा
Councilor Anita Mahato with bouncers
Councilor Anita Mahato with bouncers
Published on

सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी में छठ पूजा के दौरान घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। छठव्रती और आम लोग एकजुट होकर छठी मईया की अराधना में लीन थे, तभी घाट पर एक अलग नजारा देखने को मिला। भाजपा पार्षद अनिता महतो अपने बाउंसर्स के साथ दंडवत काटती हुई घाट पहुंचीं, जिससे लोग हैरान रह गए। इस दृष्य को देखते ही कई लोगों ने सवाल उठाया कि क्या पार्षद कोई सेलिब्रिटी हैं।

कुछ ही मिनटों में यह दृश्य कैमरे में कैद होकर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। हालांकि अनिता महतो ने साफ किया कि बाउंसर्स उनके निजी नहीं थे, बल्कि छठ पूजा कमेटी ने उनकी सुरक्षा के लिए व्यवस्था की थी। उन्होंने कहा, “मैंने बाउंसर नहीं बुलाए थे। घाट की ओर जाते समय कमेटी ने ये व्यवस्था की। पुलिस प्रशासन भी वहां मौजूद था।”

इधर, मेयर ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हजारों छठ व्रतियां दंडवत प्रणाम कर छठघाट तक पहुंचती है, ऐसे में केवल पार्षद के लिए बाउंसर्स की मदद यह या तो फैशन हो सकता है या फिर दिखावा, कुछ कहा नहीं जा सकता है।

दूसरी ओर सिलीगुड़ी के डिप्टी मेयर रंजन सरकार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुना है कि अनिता महतो यूट्यूबर हैं और भले ही वे वियूज़ बढ़ाने के लिए ऐसा करती हों, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राजनीति करना गलत है। हाल ही में मध्यप्रदेश में ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटरों के साथ हुई घटना इसका उदाहरण है। ऐसे मामलों को राजनीति का माध्यम नहीं बनाना चाहिए।” इस विवाद के बीच अनिता महतो ने यह भी कहा कि उनके वार्ड के लोग उन्हें बहन की तरह देखते हैं। उन्होंने डिप्टी मेयर के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि उनके इस तरह के बयान से छठ माता की पूजा का महत्व छोटा नहीं होगा।

छठी मईया से मन्नत मांगी थी, मईया ने मन्नत पूरी करते हुए वार्ड 5 की सेवा का अवसर प्रदान किया, इसलिए दंडी काकर घाट पहुंची व व्रत भी किया। हालांकि इस विषय ने इस साल की छठ पूजा को सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना दिया है, जबकि घाट पर श्रद्धालु अपनी परंपरागत पूजा और अर्घ्य देने में लगे रहे।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in