सन्मार्ग संवाददाता, अलीपुरदुआर : उत्तर बंगाल का डुआर्स इलाका इन दिनों हाथियों के आतंक से दहशत में है। मदारीहाट क्षेत्र अब मानो ‘मौत का मैदान’ बन गया है, जहां एक के बाद एक जंगली हाथियों के हमले में लोगों की जान जा रही है। गुरुवार रात एक और दर्दनाक घटना ने इलाके को हिला दिया, फिर एक बार हाथी के हमले में एक महिला की मौत हो गई। मृतका का नाम सुखीरानी दास बताया गया है। जानकारी के अनुसार, घटना रात के समय की है जब सुखीरानी अपने घर के बाहर थीं। अचानक जलदापाड़ा के जंगल से एक जंगली हाथी निकल आया और अचानक महिला पर हमला कर दिया। हाथी ने पहले उसे सूंड से उठाया और फिर जोर से जमीन पर पटक दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने मौके पर महिला को बरामद कर मदारीहाट अस्पताल लेकर जहां कार्यालय चिकित्सक ने भी उसे मृत्यु घोषित कर दिया। यह घटना मदारीहाट के मेघनाथ साहा नगर इलाके में हुई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हाथियों का झुंड आसपास के गांवों में घूम रहा है और खेतों व घरों में घुसकर तोड़फोड़ मचा रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि केवल एक सप्ताह में यह लगाकर चार लोगों की जान जा चुकी है, सभी की मौत हाथियों के हमले में हुई। इन घटनाओं से ग्रामीणों में भय और आक्रोश दोनों व्याप्त हैं। लोग रात में घरों के बाहर निकलने से डर रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने वन विभाग और प्रशासन से तुरंत प्रभावी कदम उठाने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही समाधान नहीं निकाला गया, तो और जानें जा सकती हैं। वन विभाग के सूत्रों के अनुसार, हाथी मानव संघर्ष को रोकने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं। विभाग ने गश्ती दल बढ़ा दिए हैं और ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है। फिलहाल, सुखीरानी दास की मौत से पूरे मदारीहाट क्षेत्र में शोक और दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर हालात ऐसे ही रहे, तो मदारीहाट में लोगों का रहना मुश्किल हो जायेगा।