जंकफूड से महिलाओं में हो सकती है इन्फर्टिलिटी की समस्या

नई दिल्ली : आज की व्यस्त लाइफ में लोगों को घर में खाना बनाने और खाने का कम ही समय मिलता है, ऐसे में जंक फूड या बाहर खाना खाते हैं। हालांकि इसका बहुत बड़ा नुकसान महिलाओं के स्वास्थ पर पड़ता है, इससे प्रेगनेंसी पर असर पड़ सकता है। महिलाओं में इससे इन्फर्टिलिटी की समस्या भी हो सकती है। इस बारे में गायनाकॉलेजिस्ट और आईवीएफ एक्सपर्ट्स का कहना है कि महिलाओं में इन्फर्टिलिटी की समस्या का एक मुख्य कारण पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिन्ड्रोम है। इसका समय पर इलाज न हुआ तो कैंसर का रूप ले सकता है।

आजकल जंक फूड के कारण मोटापा भी बढ़ रहा है, जिससे पीसीओएस के मामले बढ़ रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि व्यायाम की कमी से फैटी फूड और जंक फूड से तेजी से वजन बढ़ता है। अत्यधिक चर्बी से एस्ट्रोजन-हार्मान की मात्रा में बढ़ोत्तरी होती है, जो ओवरी में सिस्ट बनाने के जिम्मेदार होते हैं, जिससे आप पीसीओएस जैसी बीमारी की चपेट में आ सकती हैं।

शारीरिक और मानसिक स्वास्थ को प्रभावित करता है
शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जंक फूड खतरनाक है और इसमें ज्यादा चीनी और नमक की वजह से कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है। अत्यधिक कैलोरी और चीनी के कारण मोटापा बढ़ता है। कोलेस्ट्रॉल और नमक के कारण हाई बीपी, स्ट्रोक और दिल की बीमारी का खतरा भी बढ़ता है। ज्यादा नमक से गुर्दे की कार्यक्षमता भी प्रभावित होती है। शहरों से होकर गाँवों तक भी जंकफूड अपने पैर पसार रहा है।

जंक फूड का लगातार सेवन आपको कमजोर बना सकता है, क्योंकि इसमें पोषक तत्व नहीं होते। इसे खाने के बाद शरीर में फैट जमने से रक्त प्रवाह की रफ्तार धीमी हो जाती है और भारीपन और बेचैनी महसूस होती है। करीब दस फीसदी महिलाएं किशोरावस्था में ही पीसीओएस की समस्या से प्रभावित होती है। यह समस्या महिलाओं को प्रेगनेंसी की उम्र से लेकर रजोनिवृत्ति तक प्रभावित करती है। पीसीओएस से ग्रस्त महिलाओं के अंडाशय में हार्मोन सामान्य से अधिक बनते हैं। इसकी वजह से अंडाणु सिस्ट या गांठ में तब्दील हो जाता है और कई बार कैंसर का रूप भी ले लेता है। यह स्थिति घातक हो सकती है।

मोटापे से बचें
एक्सपर्ट्स का कहना है कि मोटापे से सावधान रहें। ज्यादा फैटी और जंक फूड लेने और एक्सरसाइज ना करने से तेजी से वजन बढ़ता है। ज्यादा चर्बी से एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा में बढ़ोत्तरी होती है, जो ओवरी में सिस्ट बनाने के जिम्मेदार होते हैं। वजन को कंट्रोल में रखकर काफी हद तक इस बीमारी से बचा जा सकता है। अगर आप इन शारीरिक समस्याओं से ग्रस्त हैं तो भी अगर आपने अपना वजन कंट्रोल में रखना शुरू किया तो ओवरीज में फिर से एग्ज बनने शुरू हो जाते हैं।

जंक फूड छोड़कर और हेल्दी लाइफ स्टाइल रखने से पीसीओएस जैसी बीमारी के खतरों को कम किया जा सकता है। पीसीओएस की जांच शुरुआत में नहीं हो और इलाज न हो पाए तो इन्फर्टिलिटी के साथ-साथ महिलाओं को टाइप 2 डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल की शिकायत भी हो जाती है।

मोटापे करें कम
रोज एक्सरसाइज जरूर करें
ऑयली, फैटी और मीठे खाद्य पदार्थों से बचें।
स्ट्रेस से बचें।

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