
नई दिल्ली : हमारे पैर हमारे शरीर का मह्त्वपूर्ण अंग है, जिसपर पूरे शरीर का भर रहता है। यही नहीं हमारे पैर अगर शरीर में कोई दिक्कत हो तो उसका संकेत हमें पहले ही दे देते हैं। पैर जितने मजबूत होते हैं, बीमारियां भी उतनी जल्दी घेरती हैं। रिसर्च बताते हैं कि 90 प्रतिशत महिलाएं अपनी जिंदगी में पैर से संबंधित कोई न कोई समस्या जरूर होती है। पैरों में दर्द गठिया, ओस्टियोपोरोसिस, जोड़ों में फ्रेक्चर, मसल्स में क्रेम्प्स या किसी अंदरूनी चोट के कारण ही नहीं होता है, बल्कि पैरों में दर्द होने के कई अन्य गंभीर कारण भी है।
इस वजह से तो नहीं होता आपके पैरों में दर्द
हर गतिविधि के लिए अलग फुटवियर का इश्तेमाल करना चाहिए। एक्सरसाइज करने के लिए अलग, दौड़ने के लिए अलग और कार्यस्थल पर जाने के लिए अलग जूते होने चाहिए। आप हर जगह एक ही तरह के जूते पहनते हैं तो यह पैरों में दर्द का कारण बन सकता है।
प्लान्टर फेशियाइटिश ऊतकों का एक समूह होता है, जो शरीर के भार को सहन करने का काम करता है, लेकिन जब इंसान जरूरत से ज्यादा भार उठाता है या ज्यादा देर तक खड़ा रहता है या अधिक वजनी होता है तो प्लान्टर फेशियाइटिश कमजोर हो जाता है, जिससे पैरों में दर्द और सूजन आ जाती है। इस स्थिति में चलने और यहां तक कि खड़े होने पर भी पैरों में दर्द होता है। इस समस्या से हर साल इस वजह से 1 करोड़ से ज्यादा लोगों की मौत होती है।
एड़ी वाले चप्पल लंबे समय तक पहनने से पैरों में दर्द और सूजन आ जाती है। पैंसिल हील्स पहनते वालों को पैरों की उंगलियों में भी दर्द होता है, जिससे तलवे या पैर की हड्डियों में गांठ पड़ सकती है। नसों में भी इससे सूजन भी आ जाती है।
क्या करें
आजकल मार्किट में कई तरह के एक्यूप्रेशर मैट और बॉल मिलते हैं। आराम के लिए आप इनका प्रयोग कर सकते हैं। गुनगुने पाने में नमक डालकर इसमें 10 से 15 मिनट तक पैर रखें। पानी ज्यादा गर्म न हो, नहीं तो आराम की जगह पैरों में दर्द बढ़ जाएगा। खराब क्वॉलिटी के फुटवियर न खरीदें। यह भी पैरों में दर्द का कारण बनते हैं। अगर आपको अक्सर पैरों में दर्द होता है तो विशेषज्ञ की मदद लें। आप पैरों के लिए कस्टमाइज्ड फुट कुशन भी बनवा सकते हैं। बर्फ वाले पानी या बर्फ से पैरों की सिंकाई करें। दर्द के साथ इससे पैरों की सूजन भी दूर होती है।