पानी कब पीएं, कैसे पीएं, जान लीजिए

पानी पीने से जुड़ी जानकारियां
पानी पीना
पानी कब पीएंपानी
Published on

पानी प्राणी जीवों का प्राणाधार है। अगर जल न होता तो ये पेड़-पौधे, जीव-जन्तु, इंसान सभी मुरझा जाते और धरती सुनसान होती। खाना खाए बिना तो हर प्राणधारी कुछ समय तक जीवित रह सकता है परन्तु बिना जल के जीवन की कल्पना करना भी मुश्किल लगता है। प्यास लगने पर सभी पानी पीते हैं पर पानी पीने से पूर्व अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो पीया हुआ पानी हमारे शरीर को पूर्ण लाभ देगा।

सबसे पहले पीने का पानी साफ होना चाहिए। पानी कभी भी अधिक मात्रा में एक साथ न पीएं। घूंट-घूंट कर पानी पीएं। घूंट-घूंट कर पानी पीने से जीभ की ग्रंथियों से स्रावित रस पानी के साथ मिलकर शरीर में पहुंचता है।

कुछ रोगों में सामान्य से अधिक पानी पीना लाभप्रद होता है जैसे बुखार, लू लगने पर, मूत्ररोगों में, रक्तचाप होने पर, कब्ज, पेट में जलन आदि की शिकायत होने पर। सामान्य लोगों के लिए पानी प्यास लगने पर पीना चाहिए। दिन भर में उसे 4 लिटर पानी पीना चाहिए। वैसे पानी की कुछ मात्रा हमें फल, चाय, दूध, भोजन से भी प्राप्त होती है पर वह पर्याप्त नहीं होता। पर्याप्त पानी पीने से शरीर के विषैले तत्व बाहर निकलते हैं। प्रात: उठकर पानी पीना सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। बवासीर और कब्ज जैसे रोगों से छुटकारा मिलता है।

भोजन के बीच में पानी पीने से पाचन तंत्र में गड़बड़ हो सकती है। भोजन से जो रस हमें प्राप्त होते हैं साथ में पानी पीने से उनका लाभ कम हो जाता है। भोजन खाने से आधा घंटा पहले पानी पीएं और भोजन के एक घंटा बाद पानी का सेवन करें।

सोने से पूर्व भी एक गिलास पानी पीना चाहिए। इससे कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है और नींद अच्छी आती है। निर्जल व्रत न रखें। इससे रक्तचाप, निर्जलीकरण और दिल की धड़कन बढ़ सकती है।

चिकनाई वाले खाद्य पदार्थों के सेवन के बाद पानी न पीएं जैसे दूध, मलाई, मक्खन, देसी घी, मेवे, भुने, चने, फल और मिठाई आदि। इससे खांसी का डर होता है। खीरा, ककड़ी, तरबूज, खरबूजा, सिंघाड़े के बाद भी पानी न पीएं क्योंकि इनमें जल की काफी मात्रा होती है। इनके बाद पानी पीने से हैजे का खतरा हो सकता है।

गर्म खाद्य पदार्थों के सेवन के बाद भी पानी न पीएं जैसे चाय, काफी, दूध आदि। एकदम उठकर पानी न पीएं चाहे प्रात: हो या दिन में। इससे सिरदर्द व जुकाम हो सकता है।

पानी स्वच्छ और थोड़ा-थोड़ा कर दिन भर पीते रहें। पानी बैठकर पीने से अधिक लाभ मिलता है बजाए खड़े होकर पीने से। (स्वास्थ्य दर्पण)

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in