पूजा के दौरान जरूर करें ये 5 काम, सफल होगी साधना

कोलकाता : हिन्दू धर्म में दैनिक पूजा-पाठ को विशेष महत्व है। मान्यता है कि देवी-देवताओं की विधिवत पूजा करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है, साथ ही उनकी सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं। आज-कल के भागदौड़ भरे जीवन में पूजा-पाठ के तरीकों में भी बड़ा बदलाव आया है। लेकिन शास्त्रों में कुछ ऐसे नियम बताए गए हैं, जिनका पालन व्यक्ति को देव उपासना के दौरान निश्चित रूप से करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि माना जाता है कि भगवान का केवल नाम जपने से भी पूजा का उत्तम फल प्राप्त हो सकता है। लेकिन उस दौरान व्यक्ति यदि छोटी सी भी गलती कर देता है तो वह दुष्प्रभाव का भी सामना कर सकता है। इसलिए आज हम जानेंगे कि पूजा-पाठ में किन नियमों का करना चाहिए नियमित रूप से पालन।

दैनिक पूजा-पाठ के दौरान करें इन नियमों का पालन

भगवान कि उपासना शुरू करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपका तन और मन शुद्ध हो। साथ ही शांत मन से की गई भगवान की उपासना से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है।

भगवान की पूजा में जल्दबाजी बिलकुल न करें। संसार की सभी चिंताओं को भूलकर भगवान की उपसना करें। शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान की पूजा केवल 5 मिनट करें, लेकिन शुद्ध और स्थिर मन से करें।

पूजा-पाठ से पहले पूजा स्थल को एक बार जरूर साफ कर लें। इसके साथ-साथ साफ कपड़े से फोटो को भी पोंछ लें। यदि घर में भगवान की प्रतिमाएं हैं तो उन्हें स्नान जरूर कराएं।

पूजा के समय एक दीपक जरूर प्रज्वलित करें। साथ ही एक साफ कलश में आचमन के लिए जल भर लें। ऐसा करने से पूजा के समय पंचतत्व मौजूद रहते हैं। पंचतत्व- अग्नि, पृथ्वी, वायु, जल और आकाश को कहा जाता है।

देवी-देवताओं की पूजा करते समय सर्वप्रथम भगवान गणेश की पूजा अवश्य करें। ऐसा इसलिए क्योंकि शास्त्रों में भगवान गणेश को प्रथम देवता बताया गया है।

 

Visited 29 times, 1 visit(s) today
शेयर करें

मुख्य समाचार

शरीर के लिए फायदेमंद है गुनगुना पानी, जानें इसके 5 लाभकारी गुण

नई दिल्ली: जल ही जीवन है वाली कहावत तो आप सब ने सुनी ही होगी। पानी जीवन के लिए कितना जरूरी है यह बात तो आगे पढ़ें »

कन्नड़ अभिनेत्री लीलावती का हुआ निधन, 85 साल की उम्र में ली आखिरी सांस

बेंगलुरु: तमिल और तेलुगु सहित 600 से अधिक फिल्मों में काम कर चुकीं प्रख्यात कन्नड़ अभिनेत्री लीलावती (85) का शुक्रवार शाम बेंगलुरु शहर के बाहरी इलाके आगे पढ़ें »

ऊपर