
नई दिल्लीः उत्तर भारत के कई राज्यों में तेज बारिश का कहर अब भी जारी है। लगातार बारिश से उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में अचानक बाढ़ और भूस्खलन के चलते जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। वहीं, पंजाब और उत्तर भारत के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। पंजाब में बाढ़ के खतरे को देखते हुए सेना को तैयार रहने को कहा गया है और जिला प्रशासन को भी पर्याप्त मात्रा में नावें तैयार रखने को कहा गया है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, बर्फबारी के बाद सोमवार को भूकंप का हल्का झटका भी लगा। पंजाब व हरियाणा, उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण फसलों को खासा नुकसान हुआ है। भारी बारिश के मद्देनजर पंजाब के बाद हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में सभी सरकारी और निजी शिक्षण संस्थाएं मंगलवार को बंद रहेंगी।
दूर रहें नदी-नालों से
हिमाचल के कुल्लू में हालात बिगड़ते देख हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। यहां लोगों को नदी और नालों से दूर रहने को कहा गया है। कुल्लू में भारतीय वायुसेना की टीम पिछले 24 घंटों में 21 लोगों को बचा चुकी है। यहां पानी के तेजबहाव में एक वॉल्वो बस के बह जाने की सूचना है। कांगड़ा जिले में नदी-नाले उफान पर हैं।
ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर
ब्यास नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों लाहुल स्पीति, रोहतांग में बर्फबारी से न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। केलंग में न्यूनतम तापमान माइनस दो डिग्र्री तक पहुंच गया है। सिरमौर में सोमवार दोपहर हल्का भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.7 मापी गई।
उत्तराखंड में भारी चारधाम यात्रा बाधित
उत्तराखंड में भारी बारिश से बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री के सड़क मार्ग बंद हो गए। इससे चारधाम यात्रा बाधित हो गई। देहरादून, हरिद्वार, पौडी, उत्तरकाशी, रद्रप्रयाग, चमौली, टिहरी, पिथौरागढ़ व बागेश्वर में बारिश हुई। पड़ावों पर फंसे 1340 यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। कैलास मानसरोवर यात्रा पूरी कर पिथौरागढ़ के गुंजी पहुंचे आखिरी दो दल में शामिल 49 यात्री तीसरे दिन भी फंसे रहे।