
नई दिल्लीः पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत सरकार को पत्र लिखकर एक बार फिर से बातचीत शुरू करने की गुजारिश की है। अगस्त में पाकिस्तान सरकार बनाने के बाद से इमरान खान की ओर से यह पहली द्विपक्षीय वार्ता का औपचारिक प्रस्ताव है। अब तक साल 2015 के बाद से दोनों देशों के बीच कोई वार्ता नहीं हुई है। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
इमरान ने इस पत्र में पीएम नरेंद्र मोदी से इस महीने के आखिर में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के इतर बातचीत बहाली की मांग भी की है। इससे पहले 20 अगस्त को पीएम मोदी के अपनी चिट्ठी के जवाब में आया था, जिसमें कहा गया था कि भारत पाकिस्तान के साथ रचनात्मक और सार्थक रिश्तों को जोड़े रखना चाहता है।
बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस महीने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर दक्षेस देशों के विदेश मंत्रियों की परिषद की अनौपचारिक बैठक में भाग ले सकती हैं। सुषमा और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बीच न्यूयॉर्क में बैठक की संभावना के बारे में इमरान ने कहा कि उनका कार्यक्रम तय करने पर काम चल रहा है।
तनाव कम करने के लिए पाक ने अमेरिका से मांगी थी मदद
भारत के साथ तनाव को कम करने के लिए पाकिस्तान ने इस महीने के शुरू में अमेरिकी सहायता मांगी थी। पाकिस्तान ने अमेरिका से कहा था कि अफगानिस्तान के साथ पश्चिमी सीमा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पूर्वी सीमा पर शांति चाहिए। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो की यात्रा के दौरान कुरैशी ने मुद्दा उठाया था।