
कोच्चि : बलात्कार के एक कथित मामले को लेकर सड़कों पर उतरने के एक दिन बाद पांच ननों ने रविवार को शीर्ष पुलिस अधिकारियों पर मामले के जांच में रोड़े अटकाने के प्रयास करने का आरोप लगाया। इस मामले में एक रोमन कैथोलिक बिशप पर बलात्कार का आरोप लगाया गया है।
कोट्टायम में एक कान्वेंट के ननों ने जालंधर के बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ जांच अपराध शाखा को सौंपने की रिपोर्टों की निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारी बिशप फ्रैंको को बचाने के लिए मामले में जांच की देरी करने का प्रयास कर रहे हैं। एक नन ने कोट्टायम जिले में कुरविलंगाडू में आरोप लगाया, ‘हमें पुलिस उपाधीक्षक की जांच में पूर्ण विश्वास है लेकिल शीर्ष पुलिस अधिकारी उन्हें स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच करने नहीं दे रहे हैं।’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘वे जांच में देरी कर रहे हैं और मामले में रोड़े अटकाने का प्रयास कर रहे हैं।’ डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने कहा कि इस समय जांच अपराध शाखा को नहीं सौंपा गया है। उन्होंने तिरुवनंतपुरम में संवाददाताओं को बताया, ‘इस समय अपराध शाखा को जांच सौंपने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है।’ बेहरा ने कहा कि उन्होंने एर्नाकुलम रेंज के आईजी विजय शंकर को जितना जल्दी संभव हो सके उतना जल्दी जांच को पूरा करने का निर्देश दिया है।