
तिरुवनंतपुरमः केरल में भारी बारिश की वजह से आई भीषण बाढ़ अब अपना रौद्र रूप छोड़कर सामान्य होने लगी है। बारिश बंद होने की वजह से पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है। लेकिन बाढ़ की वजह से राज्य को जो नुकसान पहुंचा है उससे उबरने में इसे एक दशक का समय लग सकता है। दक्षिण के इस राज्य को अपने निवासियों की जिंदगी को नए सिरे से शुरू करवाने और भविष्य में इस तरह के हालातों से निपटने के लिए काफी कदम उठाने होंगे। इस बीच, केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने मंगलवार को कहा ‘संयुक्त अरब अमीरात ने केरल को 700 करोड़ रुपए की मदद देने की पेशकश की है।’ केंद्र कुल 600 करोड़ रुपए की मदद दे रहा है। जबकि केरल ने 2000 करोड़ रुपए की मदद मांगी थी।
अब तक 20 हजार करोड़ का नुकसान
राज्य में अब तक बाढ़ और बारिश से 20 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान है। राहत अभियान पर चर्चा के लिए 30 अगस्त को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा सकता है। राज्य के इडुक्की, मल्लापुरम, कोट्टायम और इरनाकुलम जिले बाढ़ की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। सरकारी अधिकारियों का कहना है कि राज्य की पहली प्राथमिकता लोगों को बचाना और लाखों तक राहत सामग्री पहुंचाना है। हालांकि वह इस बात को स्वीकार करते हैं कि राज्य का पुनर्निर्माण एक चुनौतिपूर्ण कार्य है।