
औरैया : मुंबई हमले के दोषी पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब का कथित तौर पर उत्तरप्रदेश के औरेया में जाति और निवास प्रमाण-पत्र जारी कर दिया गया। मामले के प्रकाश में आते ही जिला प्रशासन ने प्रमाण पत्र रद्द करते हुए दोषी लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है। सुनियोजित तरीके से फर्जी प्रमाण पत्र जारी कराने वाले ऑनलाइन आवेदक के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए गए हैं। यह पूरा मामला बिधूना तहसील के अम्बेडकर नगर गांव का है। मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में मामले की जांच शुरू की गई और संबंधित कर्मचारी स्पष्टीकरण मांगा गया है।
जानकारी के अनुसार 21 अक्टूबर को यहां एक अनजान व्यक्ति ने अजमल कसाब का फोटो लगाकर निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन दिया था। इसके बाद लेखपाल ने अपनी रिपोर्ट के साथ इस फाइल को आगे बढ़ा दिया।
इस प्रमाण पत्र को संबंधित लेखपाल की डिजिटली संस्तुति पर एसडीएम ने डिजटल हस्ताक्षर करते हुए 30 अक्तूबर को जारी कर दिया था।
फोटो लगा होने के बाद भी नहीं पहचान पाये –
बताया जा रहा है कि इस आवेदन में कसाब का फोटो भी लगाया गया था इसके बाद भी संबंधित अफसर-कर्मचारी उसकी पहचान नहीं कर पाए। उन्होंने प्रमाण पत्र जारी करने से पहले नागरिकता की पुष्टि भी नहीं की। आवेदन में कसाब के पिता का नाम मोहम्मद आमिर लिखा है। पता अम्बेडकर नगर बिधूना लिखा गया था। साथ ही इसमें मां का नाम मुमताज बेगम लिखा हुआ है। जबकि कसाब की मां का नाम नूर इलाही है। तहसीलदार राजकुमार चौधरी ने बताया कि आवेदन के दौरान जमा की गई आईडी की भी जांच कराई जा रही है।
मुंबई हमलों का दोषी था कसाब –
मुंबई में 26 नवंबर 2008 को होटल ताज पर हुए हमले का दोषी करार दिया गया था। इस हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी। 600 से ज्यादा जख्मी हुए थे। कसाब अकेला जीवित आतंकी था जिसे सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार किया था। चार साल तक वह यरवदा जेल में बंद रहने के बाद मामले में दोषी पाए जाने पर 26 नवंबर 2012 को उसे फांसी दे दी गई थी। कसाब भारत में पहला विदेशी था जिसे फांसी पर चढ़ाया गया।