

प्रसेनजीत, सन्मार्ग संवाददाता
दार्जिलिंग : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को दार्जिलिंग जिले के मिरिक और सुखियापोखरी में धस्स से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट कहा कि उनकी सरकार 'राहत देकर भागने वाली नहीं', बल्कि लगातार लोगों के हित में पुनर्वास और पुनर्निर्माण की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से जुड़ी है।
सुखियापोखरी में मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए एक ओर जहां पुलिस, प्रशासन और राहत-बचाव कार्य में जुटे सभी कर्मियों को धन्यवाद दिया, वहीं दूसरी ओर विपक्ष पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, मिरिक समेत जिन-जिन इलाकों में भूस्खलन हुआ था, वहां 24 घंटे के भीतर सभी सड़कों की मरम्मत पूरी कर दी गई। लोक निर्माण विभाग ने धस्स हटाने का काम कर दिखाया। लेकिन कुछ लोग धूपगुड़ी और मयनागुड़ी को लेकर राजनीति कर रहे हैं। जिस दिन मैं वहां गई थी, उस समय राहत शिविरों में कोई नहीं था। अब हर जरूरतमंद तक राहत पहुँचाने की व्यवस्था की गई है। कुछ लोग जनता को निराश कर रहे हैं — मैं उन्हें कहना चाहूंगी, जनता को गुमराह न करें, उनके हित में काम करें। यह आपकी भी जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, जब लोग मुसीबत में पड़ते हैं, तो उनके साथ खड़ा होना चाहिए। कुछ लोग कुछ नहीं करते, बस भाजपा के पैसों से बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। एक दिन घूमकर फोटो खिंचवाते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। उसके बाद क्या कभी उन्हें देखा गया? घर बनाएंगे हम, पुल बनाएंगे हम, इलाज कराएंगे हम, राहत देंगे हम, कम्युनिटी किचन चलाएंगे हम, और मलबा हटाने का काम भी हम ही करेंगे। केंद्र की कोई भूमिका नहीं है — सिर्फ राजनीति है। कहा गया कि मैं मिरिक नहीं जा रही हूं — आप भगवान हैं क्या? हम एक बार राहत देकर भाग नहीं जाते। यह एक प्रक्रिया है। यह हमारा कर्तव्य है, हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं। यह किसी पर उपकार नहीं, बल्कि हमारी जिम्मेदारी है। जो कुछ नहीं करते, वे सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें और बदनामियां फैलाते हैं, मैं उनके साथ नहीं — जनता के साथ हूं।
इस दौरान विद्युत मंत्री अरूप विश्वास, शिलिगुड़ी के मेयर गौतम देव, जीटीए प्रमुख अनित थापा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। बुधवार को मुख्यमंत्री लालकोठी में जीटीए, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगी, जिसमें धस्स से हुई क्षति की पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।