पंडालों में जूट के प्रयोग से होगी पर्यावरण की रक्षा : शशिभूषण

जूट से बने पंडालों वाली 6 पूजा समितियों को किया गया सम्मानित पंडाल निर्माण में जूट के प्रयोग को दिया जाएगा बढ़ावा यह पहल “लोकल फॉर वोकल” अभियान को भी समर्थन देती है बंगाल में 80 प्रतिशत जूट का उत्पादन होता है
जूट कमिश्नर मलय चंदन चक्रवर्ती, एनजेबी के सचिव  शश‌‌‌िभूषण सिंह टाला बारोबारी दुर्गाेत्सव समिति के सदस्यों को प्रथम पुरस्कार प्रदान करते हुए
जूट कमिश्नर मलय चंदन चक्रवर्ती, एनजेबी के सचिव शश‌‌‌िभूषण सिंह टाला बारोबारी दुर्गाेत्सव समिति के सदस्यों को प्रथम पुरस्कार प्रदान करते हुए
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रामबालक, सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : पंडालों में जूट का प्रयोग बढ़ने से पर्यावरण की प्रभावी रूप से रक्षा होगी। यह कदम पर्यावरण संरक्षण के लिए बहुत बड़ा प्रयास है। सिंथेटिक सामग्री के उपयोग से पूजा के बाद उत्पन्न होने वाले कचरे की समस्या बढ़ जाती है, जबकि जूट पूरी तरह पर्यावरण अनुकूल है। न्यूटाउन के पटसन भवन में आयोजित जूट डिजाइन रिसोर्स सेंटर की जागरूकता कार्यशाला और पहली बार जूट से तैयार किए गए ईको-फ्रेंडली पंडालों वाली पूजा समितियों को पुरस्कृत किया गया। दीप प्रज्ज्वलित कर पुरस्कार वितरण समारोह का उद्घाटन करने के दौरान नेशनल जूट बोर्ड के सचिव शशिभूषण सिंह ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि यह पर्यावरण के हित में एक बड़ा कदम है। पंडाल निर्माण में जूट के उपयोग को और बढ़ावा दिया जाएगा। अगले वर्ष अधिक पूजा समितियों को जूट से पंडाल बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके लिए नेशनल जूट बोर्ड पूर्ण सहयोग करेगा। आने वाले वर्षों में जो समितियाँ जूट का प्रयोग करेंगी, उनके पंडालों को प्रायोजित भी किया जाएगा। यह पहल “लोकल फॉर वोकल” अभियान को भी समर्थन देती है। उन्होंने बताया कि बंगाल में देश का लगभग 80 प्रतिशत जूट उत्पादन होता है, जिससे स्थानीय किसानों और जूट उद्योग से जुड़े लोगों को आर्थिक लाभ मिलेगा। इस वर्ष दुर्गा पूजा के दौरान लगभग 45 हजार करोड़ रुपये का व्यापार हुआ है। आने वाले समय में जूट से बने पंडालों को और अधिक प्रोत्साहन देने की योजना है। कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को यह जानकारी देना था कि जूट डिजाइन रिसोर्स सेंटर की सुविधाओं और उपलब्ध मशीनों की मदद से आकर्षक जूट उत्पाद कैसे तैयार किए जा सकते हैं। यदि करीब 10 प्रतिशत पंडालों में भी जूट का उपयोग किया जाए, तो इससे जूट उद्योग और किसानों को उल्लेखनीय आर्थिक सहायता मिलेगी।

जूट कमिश्नर मलयचंदन चक्रवर्ती दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए
जूट कमिश्नर मलयचंदन चक्रवर्ती दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए
बेलगछिया केंद्रीय सार्वजनिन दुर्गोत्सव समिति के सचिव अजय मंडल सांत्वना पुरस्कार का चेक संग्रह करते हुए
बेलगछिया केंद्रीय सार्वजनिन दुर्गोत्सव समिति के सचिव अजय मंडल सांत्वना पुरस्कार का चेक संग्रह करते हुए

पुरस्कार वितरण समारोह

इस अवसर पर टाला बारोबारी दुर्गोत्सव समिति को पहला पुरस्कार 1.5 लाख रुपये, शाहपुर सुरीद संघ दुर्गोत्सव समिति को दूसरा 1 लाख रुपये और मुदियाली शिवमंदिर दुर्गोत्सव समिति को तीसरा पुरस्कार 75 हजार रुपये प्रदान किया गया। इसके अलावा बेलगछिया केंद्रीय सार्वजनिन पूजा समिति, नलिन सरकार स्ट्रीट और लेक यूथ पंडाल कॉर्नर को सांत्वना पुरस्कार 25 -25 हजार रुपये का चेक दिए गए। पुरस्कार प्राप्त करने के बाद सभी पूजा समितियों ने खुशी जाहिर की। कोलकाता में दुर्गा पूजा का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जाता है।

जूट कमिश्नर की नेशनल जूट बोर्ड की सराहना

इस अवसर पर जूट कमिश्नर मलयचंदन चक्रवर्ती ने नेशनल जूट बोर्ड के कार्यों की सराहना की। कार्यक्रम की शुरुआत एनजेबी के जॉइंट डायरेक्टर एवं एचओडी (मार्केटिंग) किशन सिंह घुघट्याल के स्वागत भाषण से हुई। मौके पर डिप्टी जूट कमिश्नर एन. कुल्हरी, एनजेबी के डिप्टी डायरेक्टर बी. एन. भंसाली, अहना मजुमदार और अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में एनजेबी की असिस्टेंट डायरेक्टर मौसमी पांडे ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

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