

रामबालक, सन्मार्ग संवाददाता
काकद्वीप : बकखाली के पास समुद्र में मछली पकड़ने वाले एक ट्रॉलर के डूब जाने से इलाके में हड़कंप मच गया है। इस हादसे में अब तक 16 मछुआरों को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि एक मछुआरे का शव बुधवार की सुबह बरामद किया गया। एक अन्य लापता मछुआरे की तलाश अब भी जारी है। प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय मछुआरे भी तलाश अभियान में जुटे हैं।
मृत मछुआरे का नाम कमल जाना (37) है। वह फ्रेजरगंज के विजयबाटी का निवासी था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को हरिपुर के लालगंज से तीन ट्रॉलर मछली पकड़ने के लिए समुद्र में रवाना हुए थे। इन ट्रॉलरों में कुल 23 मछुआरे सवार थे। ट्रॉलर बकखाली समुद्रतट से लगभग 35 किलोमीटर दूर बंगाल की खाड़ी के एक हिस्से में पहुंचे थे। यह इलाका अपेक्षाकृत उथला था, जहाँ आमतौर पर मछुआरे खंभे गाड़कर और जाल बिछाकर मछली पकड़ते हैं लेकिन ज्वार के समय मछुआरे पानी की गहराई का सही अंदाजा नहीं लगा पाये। इसी बीच ‘मंगलचंडी’ नामक एक ट्रॉलर, जिसमें 18 मछुआरे सवार थे, अचानक समुद्र में डूब गया। हादसे के तुरंत बाद 16 मछुआरे किसी तरह दूसरे ट्रॉलर पर चढ़कर अपनी जान बचाने में सफल रहे। हालांकि, फ्रेजरगंज तटीय थाना क्षेत्र निवासी कमल जाना का शव बुधवार की सुबह बरामद हुआ, जबकि देवनाथ कर (27) की तलाश अब भी जारी है। दोनों मछुआरे देवनिवास इलाके के रहने वाले बताए गए हैं। डूबे ट्रॉलर को किनारे लाने की कोशिश की जा रही है। संभावना है कि लापता मछुआरा ट्रॉलर के भीतर फंसा हो सकता है, जिसकी जांच की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि सुरक्षित लौटे सभी 16 मछुआरों की चिकित्सकीय जांच करायी जाएगी। इस दुर्घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत और शोक का माहौल है। सुंदरवन सामुद्रिक मत्स्यजीवी श्रमिक यूनियन के सचिव सतीनाथ पात्र ने कहा कि यह बेहद दुखद घटना है। वहीं, दक्षिण 24 परगना जिला परिषद के सहकारी सभाधिपति श्रीमंत माली ने कहा कि मृत और लापता मछुआरे के परिजनों को हरसंभव मदद दी जाएगी। इस संबंध में प्रशासन और स्थानीय सांसद बापी हालदार और मंत्री बंकिम चंद्र हाजरा को जानकारी दी गयी है।