

हुगली: तृणमूल कार्यकर्ता पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी को पीटने का आरोप लगा है। स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, श्रीरामपुर के बांगीहाटी इलाके में मंगलवार की शाम एक टोटो चालक दिल्ली रोड पर चढ़ने की कोशिश कर रहा था। ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने उसे रोक दिया। इसी दौरान टोटो चालक ने अपने परिचित स्थानीय तृणमूल कार्यकर्ता शेख रबिउल को बुला लिया। कुछ ही देर में रबिउल मौके पर पहुंचा और ट्रैफिक पुलिसकर्मी के साथ उसकी तीखी बहस हो गई। आरोप है कि बाद में उसने अचानक पुलिसकर्मी पर हमला कर दिया और उसकी पिटाई कर दी। घटना के दौरान आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और हंगामा मच गया। पिटाई का शिकार हुए पुलिसकर्मी को मामूली चोटें आईं, लेकिन वह गंभीर रूप से आहत था। श्रीरामपुर थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने अभियुक्त टीएमसी कर्मी को गिरफ्तार कर श्रीरामपुर कोर्ट भेज दिया। कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पीड़ित ट्रैफिक पुलिसकर्मी का नाम राजेश कुमार है, जो श्रीरामपुर ट्रैफिक चौकी पर तैनात हैं। उन्होंने बताया कि वह नियमों का पालन कराने के लिए टोटो चालक को रोक रहे थे, जो दिल्ली रोड पर अनधिकृत प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। चालक ने फोन पर शेख रबिउल को बुलाया, जो स्थानीय स्तर पर टीएमसी का सक्रिय कार्यकर्ता है। रबिउल के आने पर बहस तेज हो गई। "वह गुस्से में चिल्लाने लगा और अचानक मुक्के चलाने लगा। मैंने खुद का बचाव करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने मुझे घेर लिया," राजेश ने बताया। घटना की सूचना मिलते ही श्रीरामपुर थाना प्रभारी ने टीम भेजी और रबिउल को हिरासत में लिया।
टीएमसी का सफाया, राजनीतिक रंग
इस घटना ने स्थानीय स्तर पर राजनीतिक रंग ले लिया है। टीएमसी ने कहा है कि शेख रबिउल का व्यवहार पार्टी के सिद्धांतों के विरुद्ध है और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। जिला अध्यक्ष ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, "हम कानून का सम्मान करते हैं। यदि दोषी पाया गया, तो पार्टी से निष्कासन होगा।" वहीं, विपक्षी दल भाजपा ने इसे टीएमसी की गुंडागर्दी का उदाहरण बताते हुए ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा। भाजपा नेता सुकांत मजूमदार ने कहा, "ट्रैफिक पुलिसकर्मी पर हमला राज्य में कानून व्यवस्था की पोल खोलता है। ऐसे गुंडों को संरक्षण बंद करें।" स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने श्रीरामपुर में विरोध प्रदर्शन किया, जिसे पुलिस ने नियंत्रित किया।
इलाके में सतर्कता, आगे की जांच
श्रीरामपुर थाना प्रभारी ने बताया कि घटना की वीडियो फुटेज सीसीटीवी से प्राप्त हो रही है, जिसकी जांच की जा रही है। टोटो चालक को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। हुगली जिले के एसपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता है। "ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सख्त कार्रवाई होगी," उन्होंने कहा। बांगीहाटी इलाके में बुधवार को अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया ताकि तनाव न फैले। स्थानीय व्यापारियों ने बताया कि ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन आम है, लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप से मामले बिगड़ जाते हैं। यह घटना पश्चिम बंगाल में बढ़ती राजनीतिक हिंसा का एक और उदाहरण है, जहां सड़क पर छोटे विवाद बड़े संघर्ष में बदल जाते हैं। जनता ने मांग की है कि निष्पक्ष जांच हो और दोषी को कड़ी सजा मिले। पुलिस ने आश्वासन दिया कि मामला जल्द सुलझाया जाएगा।