

रामबालक, सन्मार्ग संवाददाता
दक्षिण 24 परगना : जिले के आंगनवाड़ी केंद्रों (आईसीडीएस होम) में सफाई, स्वच्छता और बुनियादी सुविधाओं को लेकर अब विशेष सतर्कता बरती जाएगी। दक्षिण 24 परगना जिला परिषद की नारी एवं शिशु कल्याण विभाग की कर्माध्यक्ष शची नस्कर ने हाल ही में आयोजित एक स्थायी समिति की बैठक में इस दिशा में ठोस कदम उठाने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि जिले के कुल 542 आईसीडीएस केंद्रों में नियमित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी और साथ ही स्वच्छ पीने के पानी की उपलब्धता भी हर केंद्र पर सुनिश्चित की जाएगी। शची ने कहा कि बच्चों की सेहत और उनके संपूर्ण विकास के लिए स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण अत्यंत आवश्यक है। इसी उद्देश्य से प्रत्येक केंद्र पर निगरानी बढ़ाई जाएगी ताकि सफाई का स्तर सर्वोच्च बना रहे और बच्चों को किसी भी प्रकार की बीमारियों से बचाया जा सके। उन्होंने यह भी बताया कि बाल संरक्षण सेवाओं को भी प्राथमिकता दी जाएगी और बच्चों के हित में हर संभव कदम उठाया जाएगा।
कॉटेज होम और जुवेनाइल जस्टिस होम में सुविधाओं का विस्तार और खाली सीटों की जानकारी
बैठक में यह भी चर्चा हुई कि जिले में कुल 13 कॉटेज होम और 10 जुवेनाइल जस्टिस (जेजे) होम संचालित हो रहे हैं, जिनमें लगभग 1300 सीटें उपलब्ध हैं। इनमें से 650 से अधिक सीटें अभी भी खाली हैं। इन होम्स में 6 से 18 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, भोजन और देखभाल की सुविधा प्रदान की जाती है। विभाग का मुख्य उद्देश्य इन सुविधाओं को और बेहतर बनाकर अधिक से अधिक जरूरतमंद बच्चों तक पहुंचाना है।
होम्स का निरीक्षण और बाल संरक्षण में सुधार के लिए कदम
इसके साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि आने वाले दिनों में कई होम्स का निरीक्षण किया जाएगा ताकि सुविधाओं में सुधार सुनिश्चित किया जा सके और बच्चों को बेहतर माहौल प्रदान किया जा सके। इस पहल से जिले में बाल कल्याण और संरक्षण के स्तर में सुधार की उम्मीद है और यह कदम स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी तथा सतत प्रयासों का परिचायक है।