सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के कारा मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा शुक्रवार को एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। इससे पहले गुरुवार को भी उन्होंने ईडी दफ्तर में लंबी पूछताछ का सामना किया था। आज सुबह करीब 10:30 बजे वे कोलकाता के सॉल्ट लेक स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचे।
गुरुवार को ईडी अधिकारियों ने मंत्री चंद्रनाथ सिंह से करीब 7 घंटे तक पूछताछ की थी। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ का मुख्य विषय था — उनके बैंक खातों में जमा नकद राशि का स्रोत, विभिन्न वित्तीय लेनदेन, और आयकर विभाग द्वारा घोषित संपत्ति से जुड़ी जानकारी।
विशेष रूप से आयकर विभाग की डिक्लेयरेशन स्कीम के तहत चंद्रनाथ सिंह द्वारा घोषित संपत्तियों पर सवाल उठाए गए। ईडी ने उनसे इन संपत्तियों से जुड़े दस्तावेजों और अन्य प्रमाण प्रस्तुत करने को कहा था। इसी सिलसिले में वे आज संबंधित दस्तावेजों के साथ फिर ईडी दफ्तर पहुंचे हैं।
ईडी अधिकारियों ने मंत्री से यह भी जानना चाहा कि क्या उन्होंने अपनी संपत्ति और नकद राशि की सही जानकारी चुनावी हलफनामे में दी थी या नहीं। इसके अलावा उनके और उनके करीबी सहयोगियों के आर्थिक लेनदेन और संभावित शेल कंपनियों की भूमिका पर भी जांच चल रही है।
ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि यह पूछताछ अवैध लेनदेन और काले धन की जांच से जुड़ी है। अगर दस्तावेजों में कोई विसंगति पाई जाती है, तो चंद्रनाथ सिंह को आगे फिर से तलब किया जा सकता है।
बता दें कि बीते कुछ महीनों में बंगाल के कई मंत्रियों और नेताओं पर ईडी और सीबीआई की कार्रवाई हुई है। ऐसे में चंद्रनाथ सिन्हा की ईडी दफ्तर में पेशी को भी राजनीतिक नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है।