सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : भारतीय रेलवे ने अपने साइबर सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए एयरटेल सिक्योर के साथ साझेदारी की है, जो रेलवे की सुरक्षा प्रणालियों में कई उन्नत तकनीकी सुविधाएं प्रदान करेगा। यह कदम रेलवे की डिजिटल प्रणाली को सुरक्षित बनाने और उसकी संचालन क्षमता को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
एकीकृत अनुपालन और निगरानी: 26 से अधिक स्थानों और सभी सुरक्षा उपकरणों पर केंद्रीकृत दृश्यता के साथ एक व्यापक अनुपालन डैशबोर्ड, जो वास्तविक समय में निगरानी प्रदान करता है।
उन्नत एंडपॉइंट सुरक्षा: एआई-संचालित “एंडपॉइंट डिटेक्शन एंड रिस्पॉन्स” प्रणाली, जो सभी एंडपॉइंट्स की लगातार सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
मजबूत पैच और भेद्यता प्रबंधन: 1,90,000 से अधिक महत्वपूर्ण उपकरणों की वास्तविक समय निगरानी और एकल विंडो दृश्यता।
नेक्स्ट-जेन मॉनिटरिंग: एआई आधारित SIEM, SOAR, UEBA सिस्टम्स के जरिए मशीन लर्निंग व व्यवहारिक विश्लेषण से खतरे का तुरंत पता लगाना और 20 सेकंड से भी कम में प्रतिक्रिया।
थ्रेट इंटेलिजेंस और डार्क वेब मॉनिटरिंग: संभावित खतरों की सक्रिय पहचान और निगरानी, जिससे व्यापार संचालन प्रभावित न हो।
मजबूत नेटवर्क और एक्सेस नियंत्रण: फ़ायरवॉल, राउटर, MPLS नेटवर्क और क्रेडेंशियल सुरक्षा उपायों के माध्यम से मिशन-क्रिटिकल सिस्टम की सुरक्षा।
भारतीय रेलवे विश्व की चौथी सबसे बड़ी रेल नेटवर्क है, जिसमें 1,35,000 किमी से अधिक रेल पटरियां और 7,000 से अधिक स्टेशन हैं। यह देश की कनेक्टिविटी और वाणिज्य की रीढ़ है, जो हर साल अरबों यात्रियों और लाखों टन माल को सेवा देती है। रेलवे ने डिजिटल नवाचारों जैसे IRCTC SwaRail ऐप के जरिए अपनी सेवाएं और अधिक सुगम बनाई हैं।