

कोलकाता : IIT खड़गपुर के उन छात्रों ने, जिन्हें कैंपस में हिंसक झगड़े के चलते निष्कासित और निलंबित किया गया था, संस्थान के निदेशक से निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील की है। इन छात्रों का कहना है कि वे अपनी गलती स्वीकार करते हैं और भविष्य में ऐसा व्यवहार दोहराया नहीं जाएगा। उन्होंने निदेशक से आग्रह किया है कि उन्हें सुधार का एक और मौका दिया जाए, जिससे उनका करियर नष्ट होने से बच सके।
सूत्रों के अनुसार, न केवल छात्रों ने बल्कि उनके अभिभावकों ने भी संस्थान के निदेशक को पत्र लिखकर यह अपील की है कि बच्चों की उम्र और उनके भविष्य को देखते हुए यह सख्त फैसला बदला जाए। छात्रों और अभिभावकों ने इस मामले में नरमी बरतने की गुजारिश की है।
संस्थान के एक अधिकारी ने बताया कि, "छात्रों ने अपनी गलती स्वीकार की है और एक और मौका मांगा है। अपील निदेशक के पास पहुंच चुकी है और उस पर विचार किया जाएगा। नियमों के तहत उचित प्रक्रिया अपनाकर निर्णय लिया जाएगा।"
IIT खड़गपुर प्रशासन ने कुछ दिन पहले कैंपस में दो समूहों के बीच हुई मारपीट की गंभीर घटना के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई की थी। इस झगड़े में एक छात्र को गंभीर चोटें आई थीं, जिसके बाद मामला गंभीर रूप से लिया गया। जांच के बाद संस्थान ने तीन छात्रों को निष्कासित कर दिया और चार छात्रों को एक सेमेस्टर के लिए निलंबित कर दिया। इसके अलावा चार अन्य छात्रों को चेतावनी दी गई है।
छात्रों का कहना है कि उनका मकसद किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं था और यह घटना परिस्थितियों के कारण हुई। अब यह देखना होगा कि संस्थान की अनुशासन समिति और निदेशक इस अपील पर क्या निर्णय लेते हैं। सभी की निगाहें अब प्रशासन के अगले कदम पर टिकी हैं।