प्रेम के लिए की बमबाजी : प्रेमी सहित चार गिरफ्तार

प्रेमी युवक ने यूट्यूब देखकर बनाया था बम! श्रीरामपुर इलाके की घटना पुलिस घटना की जांच में जुटी
सांकेतिक फोटो
सांकेतिक फोटो
Published on

सतीश, सन्मार्ग संवाददाता

हुगली : श्रीरामपुर के वैद्यवाटी इलाके में प्रेम के नाम पर एक युवक ने जो दहशत फैलाई, उसने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। प्रेमिका के फोन न उठाने से नाराज सागर मलिक (20) ने यूट्यूब की मदद से घरेलू बम बनाया और प्रेमिका के घर के सामने धमाका कर दिया। इस घटना में सागर सहित उसके तीन दोस्तों—प्रिंस यादव (18), आयुष यादव (20) और प्रोनित पॉल (21) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सभी चांपदानी और श्रीरामपुर के रहने वाले हैं। मामला 28 अक्टूबर की रात का है, जब खमारडांगा, द्वारिकाजंगल रोड पर असीम दास के मकान के सामने जोरदार विस्फोट हुआ। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग सहम गए। दीवार पर काले धब्बे और मलबा बिखरा पड़ा था। सेवड़ाफुली टीओपी और श्रीरामपुर थाने की पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह कोई सामान्य पटाखा नहीं, बल्कि देसी बम था। सीसीटीवी फुटेज में एक मोटरसाइकिल पर सवार चार युवक संदिग्ध दिखे। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने सागर और उसके साथियों को पकड़ लिया। पूछताछ में सागर ने कबूल किया कि वह एक लड़की से प्यार करता था, लेकिन हाल में दोनों में झगड़ा हो गया। लड़की ने उसका फोन उठाना बंद कर दिया था। गुस्से में सागर ने उसे डराने का प्लान बनाया। उसने यूट्यूब पर वीडियो देखकर पटाखों और रसायनों से “फायर क्रैकर” जैसा विस्फोटक उपकरण तैयार किया। धमाके से पहले उसने लड़की के घर में वह टी-शर्ट भी फेंकी, जो कभी लड़की ने उसे गिफ्ट की थी एक तरह का संदेश।

घटना के बाद स्थानीय लोग सतर्क, पुलिस ने निगरानी बढ़ाई

पुलिस ने मौके से टी-शर्ट, मोटरसाइकिल और बम बनाने के कुछ अवशेष बरामद किए। डीएसपी अर्णब विश्वास ने बताया कि सागर मुख्य साजिशकर्ता है, जबकि बाकी तीन उसकी मदद कर रहे थे। सभी को श्रीरामपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया। पुलिस अब यह जांच रही है कि क्या सागर ने पहले भी ऐसी हरकतें की थीं और क्या यूट्यूब से सीखी तकनीक का दुरुपयोग और कहीं हुआ है। यह घटना सोशल मीडिया के खतरनाक प्रभाव को उजागर करती है। यूट्यूब पर उपलब्ध वीडियो बिना सत्यापन के खतरनाक हो सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि युवाओं में भावनात्मक नियंत्रण की कमी और ऑनलाइन कंटेंट का गलत इस्तेमाल ऐसी वारदातों को जन्म दे रहा है। स्थानीय लोग अब रात में सतर्क रहने लगे हैं। पुलिस ने सीसीटीवी निगरानी को मजबूत करने की योजना बनाई है।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in