कोलकाता : कोलकाता में रेप-मर्डर केस के खिलाफ डॉक्टरों के चल रहे प्रदर्शनों को 8 सितंबर को 30 दिन हो गए हैं। आज रात बंगाल के विभिन्न हिस्सों में एक विशेष नाइट प्रोटेस्ट आयोजित किया जा रहा है, जिसे ‘रिक्लेम द नाइट’ कैंपेन का नाम दिया गया है। इस अभियान के तहत, कोलकाता में सैकड़ों लोग रात 11 बजे से सड़कों पर उतरेंगे।
इस प्रदर्शन में बॉलीवुड और टेलीविजन के मशहूर अभिनेता, संगीतकार, और अन्य कलाकारों के शामिल होने की संभावना है। प्रदर्शनों का केंद्र कोलकाता का गोल पार्क से गरिया तक का क्षेत्र होगा, जहां विभिन्न सभाएं आयोजित की जाएंगी। इसके साथ ही, बीटी रोड पर सोदपुर से श्यामबाजार तक एक मार्च भी निकाला जाएगा। इसके अतिरिक्त, बैरकपुर, बारासात, बजबज, बेलघरिया, अगरपारा, दमदम और बागुईआटी जैसे शहरों में भी इसी प्रकार के प्रदर्शन की योजना बनाई गई है।
सुप्रीम कोर्ट में 9 सितंबर को सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में 9 सितंबर को कोलकाता रेप-मर्डर केस की अगली सुनवाई होगी। यह सुनवाई चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला, और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच द्वारा की जाएगी। 5 सितंबर को मामले की सुनवाई स्थगित कर दी गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया था और पहली सुनवाई 20 अगस्त को की थी।
संदीप घोष को मेडिकल काउंसिल का नोटिस
पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल ने 7 सितंबर को संदीप घोष को स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया। मेडिकल काउंसिल ने घोष को तीन दिन का समय दिया है कि वे इस नोटिस का जवाब दें। गंभीर वित्तीय गड़बड़ियों के मामलों में मेडिकल रजिस्ट्रेशन रद्द किया जा सकता है, लेकिन इससे पहले नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाता है।
सीबीआई की जांच में नया खुलासा
सीबीआई की जांच में पता चला है कि 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर के शव मिलने के एक दिन बाद ही, संदीप घोष ने सेमिनार हॉल से लगे कमरों के रेनोवेशन का आदेश दिया था। 13 अगस्त की शाम को रेनोवेशन का काम शुरू हुआ, और 10 अगस्त को घोष ने सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) को एक लेटर लिखा था, जिसमें सेमिनार हॉल और टॉयलेट के रेनोवेशन की मांग की गई थी।
सीबीआई के सूत्रों के अनुसार, यह दस्तावेज दिखाते हैं कि घोष ने रेनोवेशन में तेजी दिखाई, जो यह संकेत करता है कि वे मामले के संदर्भ में कुछ छिपाना चाहते थे। यह जानकारी रेप-मर्डर केस और आरजी कर मेडिकल कॉलेज में भ्रष्टाचार के मामलों के बीच एक कड़ी जोड़ने में मदद कर सकती है।