

दक्षिण 24 परगना : राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘बांग्लार बाड़ी’ का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों को पक्के घर उपलब्ध कराना है, ताकि वे सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी सकें। लेकिन योजना के तहत पहली किस्त की राशि मिलने के बाद भी कई लाभार्थियों ने समय पर घर निर्माण शुरू नहीं किया, जिससे जिला प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी पड़ी। प्रशासन ने चेतावनी, समझाइश और निगरानी के कई दौर चलाए, लेकिन जब कुछ लाभार्थियों ने फिर भी निर्माण कार्य शुरू नहीं किया, तो दक्षिण 24 परगना जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए करीब दर्जनों लाभार्थियों के बैंक खाते फ्रीज कर दिए। ये मामले खासकर कुलपी, जयनगर और अन्य ब्लॉकों से सामने आए हैं। जांच में यह भी सामने आया कि कुछ लाभार्थियों ने योजना की राशि का उपयोग अन्य निजी कार्यों जैसे इलाज आदि में कर दिया। वहीं कुछ लाभार्थी ऐसे भी हैं जिन्होंने पैसे मिलने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सरकारी योजना के तहत दी गई राशि का दुरुपयोग किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, कुछ लाभार्थियों ने अब खाता दोबारा सक्रिय करने और निर्माण कार्य शुरू करने की इच्छा जताई है, लेकिन अधिकांश लाभार्थी अभी भी चुप्पी साधे हुए हैं। पंचायत विभाग पहले ही निर्देश जारी कर चुका है कि प्रत्येक जिले में सख्त निगरानी रखी जाए ताकि सरकारी फंड का सही उपयोग हो सके। प्रशासन का कहना है कि अगर कोई लाभार्थी घर नहीं बनाना चाहता है, तो उसे पूरी राशि सरकार को वापस करनी होगी। यह कठोर कदम उन लोगों के लिए चेतावनी है जो सरकारी सहायता को हल्के में लेते हैं। अधिकारियों का मानना है कि इस सख्ती से लाभार्थियों में जिम्मेदारी की भावना आएगी और योजना के उद्देश्य को सही मायनों में साकार किया जा सकेगा। गौरतलब है प्रशासन लोगों को समझाने का प्रयास कर रही है।