
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने दस मिनट में फूड डिलीवरी सर्विस मॉडल को लेकर आपत्ति जताई है। वो 10 मिनट के अंदर फूड की डिलीवरी करने के वादे का मसला संसद में उठाएंगी। सांसद महुआ मोइत्रा का मानना है कि 10 मिनट में खाने की डिलीवरी का वादा न केवल डिलीवरी मैन को यातायात नियमों को तोड़ने के लिए मजबूर करती है, बल्कि दूसरों के जीवन को भी खतरे में डालती है। तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने आगे कहा, ‘कोई भी सभ्य समाज ट्रैफिक नियमों को तोड़ने के लिए डिलीवरी एजेंट को कैसे प्रोत्साहित कर सकता है?’ सांसद मोइत्रा ने कहा कि इस तरह की फूड डिलीवरी सर्विस के लिए एक नियमन की जरुरत है। ताकि लोगों के जीवन को खतरे में डालने से बचाया जा सके।
10 मिनट में फूड डिलीवरी सर्विस पर आपत्ति क्यों?
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने आज ट्वीट किया कि वह संसद के आगामी मानसून सत्र में 10 मिनट की फूड डिलीवरी सेवा का मुद्दा उठाएंगी। 10 मिनट की भोजन सेवा न केवल डिलीवरी अधिकारियों को यातायात नियमों को तोड़ने के लिए मजबूर करती है, बल्कि दूसरों के जीवन को भी जोखिम में डालती है।