तो क्या इस बार बदल सकता है भाजपा के प्रति मुस्लिम मतदाताओं का रवैया? | Sanmarg

तो क्या इस बार बदल सकता है भाजपा के प्रति मुस्लिम मतदाताओं का रवैया?

कोलकाता : भाजपा को लेकर मुस्लिम मतदाताओं का रवैया आज तक कभी नहीं बदला। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में केवल 8% मुस्लिम मतदाताओं का वोट भाजपा को मिला था। वहीं पश्चिम बंगाल की बात करें तो यहां लगभग 32% मुस्लिम मतदाता हैं। वहीं 2021 के विधानसभा चुनाव में 75% मुस्लिम वोट ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को मिले जो उस समय टीएमसी के लिये काफी कारगर साबित हुआ था। हालांकि इस बार पिछले कुछ समय से ही देखा जा रहा है कि विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक यह कह चुके हैं कि राज्य की सरकार केवल वोट बैंक के लिये मुस्लिम वोटों का इस्तेमाल करती है और यह बात अब अल्पसंख्यक मतदाता भी समझ रहे हैं। ऐसे में भाजपा के दिग्गज नेताओं का यह कहना है कि इस बार भाजपा को पिछली बार के मुकाबले मुस्लिमों का ज्यादा वोट शेयर मिलेगा। हालांकि सवाल यह उठता है कि क्या सच में ऐसा होगा ? यह तो 4 जून को नतीजों के बाद ही पता चलेगा, लेकिन भाजपा ने मुस्लिम वोटों के लिये रणनीति जरूर बनायी है और उस पर अमल भी किया जा रहा है। गुरुवार को ईद के दिन भाजपा के उम्मीदवारों को शुभकामना देते हुए और गले मिलते हुए देखा गया। इसे लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह भी मुस्लिम वोटों में सेंधमारी की कोशिश है, इस दिन भाजपा के दिल्ली हेडक्वार्टर में भी ईद मनायी गयी।

BJP के ये उम्मीदवार हुए ईद में शामिल

भाजपा के उम्मीदवारों को ईद पर मुसलमानों को शुभकामना देते हुए देखा गया। उत्तर कोलकाता के भाजपा उम्मीदवार तापस राय ने ईद की शुभकामना दी तो वहीं बीरभूम के भाजपा उम्मीदवार पूर्व आईपीएस अधिकारी देवाशिष धर ने बीरभूम के दाता बाबा मजार शरीफ पर चादर डाली। राज्य की 13 लोकसभा सीटें की गयी हैं चिह्नित : प्रदेश भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष चार्ल्स नंदी ने सन्मार्ग को बताया, ‘भाजपा ने देश भर में 65 ऐसी लोकसभा सीटें चिह्नित की है जहां मुस्लिम वोटों की निर्णायक भूमिका है। इनमें से पश्चिम बंगाल की 13 लाेकसभा सीटें हैं जो मथुरापुर, डायमण्ड हार्बर, जयनगर, जादवपुर, कृष्णानगर, मुर्शिदाबाद, बहरमपुर, जंगीपुर, बशीरहाट, बीरभूम, मालदह दक्षिण,मालदह उत्तर और रायगंज शामिल हैं।’राज्य में बनाये गये 7 लाख ‘मोदी मित्र’ : उक्त सीटों को चुनकर वहां प्रभावशाली अल्पसंख्यकों जैसे कि डॉक्टर, एडवोकेट, शिक्षक आदि को लेकर ‘मोदी मित्र’ बनाने का काम किया जा रहा है। राज्य में अब तक ऐसे 7 लाख मोदी मित्र बनाये जा चुके हैं जो अल्पसंख्यकों को लेकर केंद्र की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में अल्पसंख्यकों को जानकारी दे रहे हैं।

ईद के कार्यक्रम में शामिल हुए शुभेन्दु 

विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी भी इस दिन ईद पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने नंदीग्राम के मोहम्मदपुर में अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा आयोजित चाय चक्र में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने मौजूद लोगों से बातचीत भी की। साथ ही कहा कि सब मिलकर साथ रहेंगे, लेकिन गरीबों का रुपया खाने वालों को वोट ना दें। अल्पसंख्यकों में भी उन्हें देखने के लिये काफी उत्साह दिखा।

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