
नई दिल्ली : राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयानों को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल गांधी ने एक ऐसे देश में जाकर विदेशी ताकतों का आह्वान किया जिसका इतिहास रहा है भारत को गुलाम बनाने का। भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ाते हुए राहुल गांधी ने ये खेद व्यक्त किया, कि क्यों विदेशी ताकतें आकर भारत पर धावा नहीं बोलतीं। उनका द्वेष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के लिए भारत के प्रति द्वेष में तब्दील हो चुका है। मैं राहुल गांधी से पूछना चाहती हूं कि आपने जाकर विदेश में कहा कि आपको भारत की किसी यूनिवर्सिटी में जाकर बोलने का अधिकार नहीं है। केंद्रीय मंत्री ने आगे यह भी कहा कि साल 2016 में देश की राजधानी में एक यूनिवर्सिटी में जाकर आपने इस बात तक का आपने समर्थन कर दिया था जिसमें नारा लगा था कि ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ वो क्या था राहुल गांधी? आपकी एक महीने पहले निकाली गई भारत जोड़ो यात्रा में आपने जम्मू में जाकर स्वीकार किया था कि भारत में शांति है, सौहर्द है। उनको एक ऐसा व्यक्ति नहीं मिला जिसने कहा हो, कि उनके प्रति कटुता का भाव है। आप झूठ कब बोल रहे थे राहुल गांधी जी लंदन में कि हिन्दुस्तान में? आपने इस बात को भी एक विदेशी संस्थान में चर्चा के संदर्भ में रखा कि आपको अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का देश की संसद में हनन होता दिखाई दे रहा है। मैं राहुल गांधी से पूछना चाहती हूं कि गांधी खानदान के आदेशानुसार जब लोकसभा में कांग्रेस के सदस्य कागज फाड़कर स्पीकर की ओर फेंकते हैं और उनका अपमान करते हैं क्या वो बहादुरी है? या राहुल गांधी की डेमोक्रेसी की परिभाषा है।