नई दिल्ली : अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति संजय कपूर की वसीयत पर फिर बवाल शुरू हो गया है। दिल्ली हाई कोर्ट ने करिश्मा के बच्चों की याचिका पर फिर से सुनवाई शुरू की है। 20 साल की समायरा और 15 साल के कियान की ओर से कोर्ट में पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी ने दावा किया कि संजय कपूर की पहली शादी से हुए बच्चों को विरासत के वंचित करने के लिए साजिश रची गई है।
जेठमलानी ने कहा कि यह वसीयत कथित तौर पर 21 मार्च 2025 की है लेकिन इसके पहले और बाद में कई बार इसमें बदलाव किए गए। जांच में पता चला कि वसीयत की फाइल नितिन शर्मा नाम के व्यक्ति के कंप्यूटर से बनाई गई थी जबकि उस समय संजय कपूर अपने बेटे के साथ छुट्टी पर थे। उन्होंने सवाल उठाया कि कोई व्यक्ति अपनी वसीयत किसी दूसरे के कंप्यूटर से क्यों तैयार करेगा उन्होंने कहा कि WhatsApp चैट और दस्तावेजों में भी विरोधाभास हैं। वसीयत की फाइल कई बार बदली गई, प्रमाणपत्र अधूरा है और कोई वकील इसमें शामिल नहीं था।
समायरा और कियान ने दावा किया है कि प्रिया ने जून में ब्रिटेन में संजय कपूर के निधन के बाद उनकी वसीयत में जालसाजी की और उनकी संपत्ति का पूरा नियंत्रण हड़प लिया। यह वसीयत संजय की आखिरी और वैध वसीयत बताई जा रही है, जिसमें उनकी निजी संपत्ति प्रिया के नाम है।