नई दिल्लीः भारत और न्यूजीलैंड के बीच बुधवार से टी-20 सीरीज का आगाज हो रहा है। टीम इंडिया इस बार नए कप्तान और नए कोच के साथ मैदान में उतर रही है। कोच बनने के बाद राहुल द्रविड़ ने मंगलवार को पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उनके साथ टी-20 फॉर्मेट के कप्तान रोहित शर्मा भी नजर आये। राहुल द्रविड़ ने कहा कि अभी तक खिलाड़ियों से कुछ ही बात हो पाई है, क्योंकि वह किसी को वर्ल्डकप के बीच में डिस्टर्ब नहीं करना चाहते थे। हालांकि, विराट कोहली और रोहित शर्मा से बात हुई है। अभी सिर्फ एक शुरुआत है, जहां चीजों को समझने की कोशिश जारी है। राहुल द्रविड़ बोले कि हम किसी भी फॉर्मेट को प्राथमिकता नहीं देना चाहते हैं, क्योंकि हर फॉर्मेट ही जरूरी है। हर रोज हम सुधार के साथ आगे बढ़ेंगे, खिलाड़ी और इंसान के तौर पर हम हर रोज बेहतर होना चाहेंगे।
”वर्कलोड मैनेजमेंट अब क्रिकेट का हिस्सा”
राहुल द्रविड़ ने कहा कि वर्क लोड मैनेजमेंट अब क्रिकेट का हिस्सा बन गया है, क्योंकि फुटबॉल की तरह ही क्रिकेट के सीजन हो गए हैं। वो टीम के लेवल पर होता है या फिर ब्रेक देकर किया जाता है, उसपर बात की जा सकती है। खिलाड़ियों के मानसिक, शारीरिक रुप से फिट होने पर भी फोकस रखना होगा ताकि बैलेंस बनाकर चल सकें, ताकि हर खिलाड़ी बड़े टूर्नामेंट के लिए फिट हो जाएं।
जूनियर और सीनियर टीम की कोचिंग में अंतर…
जब राहुल द्रविड़ से सवाल हुआ कि जूनियर टीम की कोचिंग, सीनियर टीम की कोचिंग में कैसा अंतर रहेगा, तब उन्होंने कहा कि हर बार कोचिंग का तरीका अलग होता है, कुछ चीज़ें भले ही समान रहती हो लेकिन हर चीज जो अंडर-19 में की है, वो यहां पर नहीं हो पाएगी। पहले खिलाड़ियों को समझेंगे, तभी खिलाड़ियों से बेहतर निकाल पाएंगे।
कोच बनने के बाद पहली बार बोले राहुल द्राविड़, कहा…
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