
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के चुनाव हो चुके हैं। 7 मार्च को आखिरी चरण के बाद से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने की बातें कही जा रही हैं। लोग फुल टैंक करवा रहे हैं, ताकि कम से कम एक बार तो महंगाई की मार से बच सकें। लेकिन फिलहाल जो स्थिति दिख रही है, उससे लगता है कि पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ेंगे नहीं, बल्कि यह कम हो सकते हैं।
रूस- यूक्रेन युद्ध के कारण चढ़ा क्रूड
दरअसल कच्चे तेल की कीमतें रूस और यूक्रेन युद्ध के चलते तेजी से बढ़ी थीं। 88 डॉलर से बढ़ते हुए क्रूड 139 डॉलर तक पहुंच गया था। यह 14 साल पुराने 2008 के स्तर पर था। लेकिन क्रूड की यह ऊंचाई महज एक दिन ही रही। इसके बाद से क्रूड के दाम नीचे गिर र हैं। यह 109 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। जानकारों का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतें 90 डॉलर तक आ सकती हैं, ऐसे में पेट्रोल और डीजल 2 से 3 रुपए तक सस्ता हो सकता है।