
कोलकाताः रेल यात्रियों के लिए काम की खबर है। ट्रेन सफर करने के दौरान सीनियर सिटिजंस को लोअर बर्थ की प्राथमिकता दी जाती है, लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता है। कई बार टिकट बुकिंग के दौरान सीनियर सिटिजन के लिए लोअर बर्थ को प्राथमिकता का आग्रह करने के बावजूद उन्हें लोअर बर्थ नहीं मिलता है। इससे सीनियर सिटिजंस को परेशानी होती है, लेकिन अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, रेलवे ने तरीका बताया है कि कैसे आपको लोअर बर्थ मिल सकता है।
सीनियर सिटिजन को मिलेगी लोअर बर्थ
दरअसल कुछ दिन पहले ट्विटर पर ये सवाल एक यात्री ने भारतीय रेलवे से पूछा है और कहा है कि ऐसा क्यों है, इसे ठीक किया जाना चाहिए। यात्री ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को टैग करते हुए लिखा है कि सीट आवंटन को चलाने का क्या तर्क है, मैंने तीन सीनियर सिटिजंस के लिए लोअर बर्थ प्रेफरेंस के साथ टिकट बुक की थीं, तब 102 बर्थ मुहैया थीं, बावजूद इसके उन्हें मिडिल बर्थ, अपर बर्थ और साइड लोअर बर्थ दी गईं। आपको इसे सुधारना चाहिए।
आईआरसीटीसी ने क्या दिया जवाब?
यात्री के इस सवाल पर आईआरसीटीसी ने ट्विटर पर अपनी सफाई दी है। आईआरसीटीसी ने जवाब दिया कि- महोदय, लोअर बर्थ/सीनियर सिटिजन कोटा बर्थ केवल 60 वर्ष और उससे अधिक, 45 वर्ष और उससे अधिक की महिला आयु के लिए निर्धारित निचली बर्थ हैं, जब वो अकेले या दो यात्री (एक टिकट पर यात्रा करने वाले मानदंडों के तहत) सफर करते हैं। आईआरसीटीसी ने आगे कहा कि अगर दो से अधिक वरिष्ठ नागरिक या एक वरिष्ठ नागरिक है और दूसरा वरिष्ठ नागरिक नहीं हैं, तो सिस्टम इस पर विचार नहीं करेगा।
रियायती टिकटें भी सस्पेंड की थीं
आपको बता दें कि भारतीय रेलवे ने 2020 में कोरोनोवायरस महामारी को देखते हुए गैर-जरूरी यात्रा को हतोत्साहित करने के लिए वरिष्ठ नागरिकों सहित कई श्रेणियों के लोगों के रियायती टिकटों को निलंबित कर दिया था। रेलवे ने यह भी कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायतें वापस ले ली गई हैं क्योंकि कोविड-19 वायरस के कारण फैलने और मृत्यु दर का जोखिम उस श्रेणी में सबसे अधिक है।
कोविड-19 के संबंध में जारी स्वास्थ्य परामर्श और यात्रियों को गैर-जरूरी यात्रा करने से हतोत्साहित करने के मद्देनजर, एक विशेष मामले के रूप में यह निर्णय लिया गया है कि सभी श्रेणियों के लिए कोई रियायती अनारक्षित टिकट प्रणाली (यूटीएस) और यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) टिकट नहीं है।