नई दिल्लीः देश के सात राज्यों के 22 जिलों में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में एक बार फिर से बढ़ोतरी ने केन्द्र और प्रदेश सरकारों की चिंताएं बढ़ाकर रख दीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय की नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंगलवार को संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना के केस में यह इजाफा चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि कोविड के नए मामलों में हफ्ते दर हफ्ते लगातार गिरावट देखने को मिल रहा है, लेकिन अगर हम मामलों में गिरावट की दर की तुलना पहले से अब तक करें तो इसकी कमी चिंता का विषय बनी हुई है। उन्होंने कहा कि हम इसको लेकर राज्यों से बात कर रहे हैं। लव अग्रवाल ने कहा कि देश में 54 जिलों में 10 फीसदी से ज्यादा पॉजिटिव केस हैं। पूरे विश्व में भी कोविड केस में एक बार फिर से वृद्धि देखी जा रही है जो कि चिंता की बात है। उन्होंने कहा कि हम वायरस से लड़ाई में ढीले नहीं पड़ सकते हैं। इसलिए हम उन इलाकों को ट्रैक कर रहे हैं जहां पर केस बढ़ रहे हैं ताकि उन इलाकों में सख्ती बरती जा सके।
44 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है
स्वास्थ्य मंत्रालय की ब्रीफिंग के दौरान यह बताया गया कि अब तक देश में कुल 44 करोड़ से ज्यादा कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। लव अग्रवाल ने कहा कि पूरे विश्व में 5 लाख से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं और पिछले 14 दिनों में फ्रांस इटरी में मामलों में तेजी देखी जा रही है। उन्होंने बताया कि देश में अब 97.4 फीसदी का रिकवरी रेट हो चुका है। यानी ओवर ऑल मामलों में कमी आई है लेकिन खतरा अभी बना हुआ है।
नॉर्थ ईस्ट में कोरोना केस में इजाफा
कोरोना के पिछले सप्ताह के डेटा बताते हैं कि भारत के कुछ राज्यों के जिलों में मामले बढ़ें है, पर पूर्वोतर में असम को छोड़कर 16.2 प्रतिशत के वृद्धि दर से कोरोना के मामले पिछले सप्ताह बढ़े हैं। पूर्वोत्तर के सात में से चार राज्यों में कोरोना का स्पाइक देखा गया वहीं अरूणाचल प्रदेश में पिछले सप्ताह के कोविड पिक के करीब मामले दर्ज किए गए।