

कोहिमा : नगालैंड की राजधानी कोहिमा जल्द ही एक नया आकर्षण पाने जा रही है- बहुप्रतीक्षित इको पार्क, जिसका निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और जिसे आगामी हॉर्नबिल महोत्सव 2025 की शुरुआत से पहले जनता के लिए खोलने की तैयारी की जा रही है। राज्य के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने गुरुवार को पार्क स्थल का दौरा कर निर्माण कार्यों की समीक्षा की और प्रगति पर संतोष जताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्क को 1 से 10 दिसंबर तक चलने वाले हॉर्नबिल महोत्सव से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि इस अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आयोजन में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक इसका आनंद उठा सकें। रियो ने बताया,
“यह पार्क न केवल कोहिमा के लोगों के लिए एक हरित विश्राम स्थल होगा, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक विरासत, पारंपरिक कला और नगालैंड की आत्मा को प्रदर्शित करने का माध्यम बनेगा। हमारा उद्देश्य ‘मेड इन नगालैंड’ को बढ़ावा देना है।”
इको पार्क का विकास नगालैंड फॉरेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट (NFMP) के तहत किया जा रहा है, जिसे जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) द्वारा आधिकारिक विकास सहायता (ODA) के अंतर्गत वित्तपोषित किया गया है। यह परियोजना भारत और जापान के बीच पर्यावरणीय सहयोग और सांस्कृतिक मैत्री को और मजबूत करेगी।
परियोजना अधिकारियों के अनुसार, पार्क में “कोहिमा शांति स्मारक” का निर्माण किया जा रहा है, जो भारत-जापान मित्रता और द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान नगा भूमि पर लड़ी गई ऐतिहासिक लड़ाई की स्मृति को समर्पित होगा।
रेड क्रॉस भवन के सामने, कैपिटल कल्चरल हॉल और इंडोर स्टेडियम के बीच स्थित यह इको पार्क कोहिमा के सबसे प्रमुख शहरी हरित क्षेत्रों और सांस्कृतिक केंद्रों में से एक बनने जा रहा है। पार्क का डिजाइन पारंपरिक नगा और जापानी वास्तुकला से प्रेरित है।
इसमें एक व्यू टावर, ओपन-एयर एम्फीथिएटर, लगभग 50 वाहनों की पार्किंग और आगंतुकों के लिए कैफेटेरिया व रेस्तरां जैसी सुविधाएँ होंगी।
राज्य की विविध सांस्कृतिक विरासत को सम्मान देने के लिए, पार्क में नगालैंड की सभी 17 मान्यता प्राप्त जनजातियों के लिए विशेष हथकरघा, हस्तशिल्प और पारंपरिक कला रूपों के प्रदर्शन हेतु स्टॉल लगाए जाएंगे। इसके अलावा, द्वितीय विश्वयुद्ध की प्राचीन वस्तुएं, नगा कलाकृतियां और स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने कहा कि हॉर्नबिल महोत्सव के दौरान इस पार्क में कई सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, पारंपरिक नृत्य, स्थानीय व्यंजन उत्सव और हस्तशिल्प प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी, जिससे पर्यटक नगालैंड की आत्मा को करीब से अनुभव कर सकेंगे।
अधिकारियों का मानना है कि इको पार्क का उद्घाटन न केवल कोहिमा की सौंदर्य और पर्यावरणीय गुणवत्ता को बढ़ाएगा, बल्कि यह स्थानीय पर्यटन और हस्तशिल्प उद्योग को भी नयी दिशा देगा। पार्क के संचालन से स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर पैदा होंगे।
पार्क में लगने वाले कैफे और हस्तशिल्प स्टॉलों का संचालन मुख्यतः स्थानीय समुदायों द्वारा किया जाएगा, जिससे सतत विकास और समुदाय आधारित पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा।
उद्घाटन के बाद, इको पार्क से उम्मीद की जा रही है कि यह कोहिमा का नया सांस्कृतिक और पर्यटन केंद्र बनेगा- जहां प्रकृति, कला, इतिहास और नवाचार एक साथ देखने को मिलेंगे। यह न केवल नगालैंड के लचीलेपन और प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक बनेगा, बल्कि यह भारत-जापान की मैत्री को एक नई ऊंचाई भी देगा।