
नई दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने विपक्ष के हंगामा के बीच गुरुवार को देश में कोरोना के हालात पर बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘पिछले 3 साल में वायरस के बदलते स्वभाव ने सेहत के लिए खतरा पैदा किया। इसने हर देश को प्रभावित किया। एक साल में भारत में लगातार कोविड केसों में कमी दर्ज की गई। अभी 153 केस रोजाना आ रहे हैं। पूरी दुनिया में 5.87 लाख केस रोज दर्ज हो रहे हैं। जापान, साउथ कोरिया, यूएसए, फ्रांस जैसे देशों में कोविड से मौतों की संख्या बढ़ी है।’ उन्होंने कहा कि नए वैरिएंट से चुनौती बढ़ी, हर प्रॉटोकॉल का पालन करना जरूरी है। हमने कोविड महामारी का मैनेजमेंट किया है। हमने राज्यों की सहायता की ताकि वे कोविड के खिलाफ लड़ सकें। 220 करोड़ कोविड वैक्सीन लगाई गई हैं। 90% आबादी को दोनों टीके लग चुके हैं। 25 करोड़ से ज्यादा आबादी को प्रिकॉशन डोज लग चुकी है।
मनसुख के स्पीच की 4 बड़ी बातें
उन्होंने कहा- ‘हमारी नजर दुनिया पर है। बदलते वैरिएंट से जो चुनौतियां पैदा हो रही हैं, उस पर सरकार तुरंत कदम उठा रही है। कोविड को नियंत्रित करने के लिए राज्यों को जीनोम सीक्वेंसिंग बढ़ाने की सलाह दी गई है। अगर यह वैरिएंट आता है तो समय से पहचान कर सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए कदम उठाया जा सके।’
‘राज्यों को प्रिकॉशन डोज बढ़ाने और उसके लिए जागरूकता लाने के लिए भी प्रयास करने चाहिए। रैंडम सैंपलिंग भी आज शुरू कर दी गई है।’
‘भारत पहले से ही टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट के साथ वैक्सीनेशन पर फोकस कर रहा है। इस महामारी को रोकने के लिए हम दृढ़ संकल्पित हैं। जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।’
‘ये महामारी अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। प्रिकॉशन डोज लगाने के बाद कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। हमारा दुश्मन समय-समय पर बदल रहा है। उसके खिलाफ लगातार लड़ाई जारी रखने की जरूरत है।’