
वडनगरः आईपीएल यानी इंडियन प्रीमियर लीग ने देश ही नहीं, दुनियाभर में लोगों को दीवाना बना रखा है। मैच के नतीजों पर सट्टेबाजी की खबरें भी खूब आती हैं। इसी सट्टे से तगड़ी रकम कमाने के लालच में गुजरात के एक शख्स ने नकली आईपीएल ही करा डाला। रूस में बैठे लोग इस पर सट्टा भी लगा रहे थे। इस टूर्नामेंट में खिलाड़ी, टीम और अंपायर तक नकली थे। यहां तक कि स्टेडियम में बैठे दर्शकों की आवाज भी इंटरनेट से डाउनलोड की गई थी। यूट्यूब पर इसकी लाइव स्ट्रीमिंग की जा रही थी। सब कुछ इतनी सफाई से किया गया कि रूसी सट्टेबाजों ने इसे ही असली टूर्नामेंट मान लिया।
असली आईपीएल की टीमों के नाम कॉपी किए
नकली आईपीएल में टीमों के नाम, जर्सी, कमेंटेटर और खिलाड़ी असली टूर्नामेंट की तरह ही पेश किए गए थे। इस लीग में सीएसके, एमआई, जीटी जैसी टीमें शामिल थी। ये टीमें 21 मजदूर युवाओं को लेकर बनाई गई थीं। हर मजदूर को एक मैच खेलने के लिए 400 रुपए दिए जाते थे।
फॉर्म हाउस में फ्लड लाइट और कैमरे नकली आईपीएल चलाने वाला गिरोह सोमवार को ही पकड़ाया। इससे पहले, वे क्वार्टर फाइनल तक के मैच करा चुके थे। पुलिस अधिकारी भावेश राठौड़ ने बताया कि इस फेक लीग का आयोजन मेहसाणा के वडनगर तालुका के मोलिप उर गांव में हो रहा था। शोएब ने गुलाम मसीह के खेत को किराए पर लिया, उसे क्रिकेट मैदान में बदला।
मैच असली दिखें, इसके लिए आरोपियों ने मैदान में फ्लड लाइट्स लगाईं। पांच एचडी कैमरे भी लगाए और अंपायरिंग के लिए वॉकी-टॉकी का इंतजाम किया। कमेंट्री के लिए मेरठ के एक व्यक्ति को लाया गया, जो मशहूर कमेंटेटर हर्षा भोगले की आवाज निकालने में माहिर था।
रूस और यूरोप से हो रही थी सट्टेबाजी
लीग का आयोजन सट्टेबाजी के लिए किया जा रहा था और मुख्य तौर पर रूसी बाजार इसका टारगेट था। बेटिंग एक टेलीग्राम चैनल के माध्यम से हो रही थी। इसमें रूस के शहर टवेर, वोरोनिश और मॉस्को से इसमें बेटिंग हो रही थी। वहीं, यूरोप के कुछ शहरों से भी इस नकली लीग पर सट्टा लग रहा था।
रूस से लौटा पब कर्मचारी मास्टरमाइंड पुलिस ने बताया कि बेटिंग के लिए मशहूर एक रूसी पब में 8 महीने काम करने के बाद मोलीपुर लौटे शोएब दावड़ा ने इस ठगी को अंजाम दिया। शोएब ने पुलिस को बताया कि रूसी पब में काम करने के दौरान उसकी मुलाकात आसिफ मोहम्मद से हुई थी, जो इस तरह की ठगी में माहिर था। आसिफ ने ही क्रिकेट की बारीकियों के बारे में बताया था।