नई दिल्ली : अरबपति एलन मस्क अब ट्विटर के नए मालिक हैं। अप्रैल में सोशल मीडिया कंपनी को खरीदने के लिए पहली बोली लगाने के महीनों के बाद उन्हें यह ओहदा हासिल हुआ है। रिपोर्ट बताती हैं कि कंपनी का मालिक बनने के साथ ही एलन मस्क ने सोशल मीडिया कंपनी के चार शीर्षस्थ अधिकारियों को घर का रास्ता दिखा दिया है। इनमें भारतीय मूल के सीईओ पराग अग्रवाल और लीगल प्रबंधक विजय गाद्दे भी शामिल हैं। दोनों की अधिकारियों ने कंपनी के सेन फ्रांसिस्को स्थित मुख्यालय को छोड़ दिया है। ट्विटर को खरीदने के लिए मस्क ने गुरुवार को 44 बिलियन डॉलर का सौदा पूरा किया था।
पराग अग्रवाल कौन हैं और आखिर क्यों मस्क ने उन्हें निकाला
एलन मस्क ने ट्विटर के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी रहे पराग अग्रवाल पर उन्हें और दूसरे ट्विटर निवेशकों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के कथित फर्जी अकाउंट्स की संख्या को लेकर गुमराह करने का आरोप लगाया था। हालांकि इस मुद्दे पर न ट्विटर और न ही मस्क ने शुक्रवार को किसी तरह का कोई बयान दिया। हालांकि अग्रवाल खाली हाथ कंपनी नहीं छोड़ेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक अनुमानित तौर पर पराग को एक साल का मूल वेतन जो करीब 4.2 करोड़ डॉलर और सभी इक्विटी भी प्राप्त होंगे।
आईआईटी बॉम्बे के स्टूडेंट रहे हैं पराग
पराग अग्रवाल ने आईआईटी बांबे से स्नातक किया। वह अक्टूबर 2011 में ट्विटर में शामिल हुए थे। राजस्व और उपभोक्ता इंजीनियरिंग में उनके काम की बदौलत वह ट्विटर के पहले विशिष्ट इंजीनियर बने थे। 2016 और 2017 में उनके काम की बदौलत ट्विटर के यूजर्स की संख्या पर बहुत व्यापक असर पड़ा था। 2018 अक्टूबर में ट्विटर ने पराग को कंपनी का सीटीओ बना दिया था।