
नई दिल्ली : त्योहारी सीजन दस्तक दे रहा है, लेकिन महंगाई के चलते केंद्र सरकार के कर्मियों पर दोहरी चोट हो रही है। एक तरफ रोजमर्रा की वस्तुओं पर जीएसटी बढ़ा दिया गया है, तो दूसरी ओर पहली जुलाई से देय ‘महंगाई भत्ता’ यानी डीए की दरें बढ़ाने की घोषणा नहीं हो सकी है। इन सबके परे, जीपीएफ और अन्य योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी नहीं की गई है। केंद्र सरकार ने वर्ष 2022-23 के दौरान सामान्य भविष्य निधि तथा उसी प्रकार की अन्य निधियों के अभिदाताओं की कुल जमा रकमों पर दी जाने वाली ब्याज दर एक जुलाई 2022 से 30 सितंबर 2022 तक 7.1 फीसदी रखा है। यह दर एक जुलाई, 2022 से लागू होगी।