चीन में भष्टाचार : पार्टी और सेना से निकाले गए राष्ट्रपति जिनपिंग के करीबी वेइदोंग

नौ वरिष्ठ अधिकारियों पर गिरी गाज
corruption in china
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ सीएमसी के उपाध्यक्ष और 24-सदस्यीय पोलित ब्यूरो के सदस्य हे वेइदोंग।
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बीजिंग/नई दिल्ली : पड़ोसी देश चीन की राजनीति में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। यहां केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) के उपाध्यक्ष और 24-सदस्यीय पोलित ब्यूरो के सदस्य हे वेइदोंग को भष्टाचार के आरोप में सत्तारूढ़ ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना’ (सीपीसी) और सेना से निष्कासित कर दिया गया है। वेइदोंग के अलावा 7 और ऐसे आर्मी के जनरल को भी सस्पेंड किया गया है, जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। इनमें केंद्रीय सैन्य आयोग के सदस्य मियाओ हुआ, हे होंगजुन और सीएमसी संयुक्त संचालन कमान केंद्र के वांग शियुबिन के नाम प्रमुख हैं।

कभी जिनपिंग के बेहइ खास थे वेइदोंग : राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खास रहे हे वेइदोंग का जन्म चीन के फुजियान में साल 1957 में हुआ था। उन्होंने शुरुआती पढ़ाई-लिखाई अपने गांव के स्कूल से ही की। ग्रेजुएशन की पढ़ाई के लिए वेइदोंग सेना स्कूल में पढ़ने आ गए। इसके बाद वह सेना में शामिल हो गए। साल 2012 में सत्ता में आने के बाद जिनपिंग ने वेइदोंग को खूब बढ़ने का मौका दिया। 2013 में उन्हें पहले जिआंगसू सैन्य जिले के कमांडर का पद दिया गया। इसके बाद 2014, 2016 पद्दोन्नति करते हुए 2022 में वेइदोंग को केंद्रीय सैन्य आयोग में उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। केंद्रीय सैन्य आयोग का अध्यक्ष राष्ट्रपति ही होते हैं। इस तरह जिनपिंग के करीब आए वेइदोंग को जिनपिंग ने सेना में डिप्टी बनाने के साथ-साथ पार्टी के पोलित ब्यूरो का मेंबर भी बनवाया। बताया जा रहा है कि करीब 2 साल तक दोनों के बीच रिश्ते काफी प्रगाढ़ रहे लेकिन 2024 में जब इनके रिश्ते में खटास होने की बातें सामने आई तो वेइदोंग लापता हो गए। अब उन्हें आधिकारिक तौर पर वेइदोंग को हटाने का फैसला किया है।

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