
कोलकाताः कोरोना की दूसरी लहर के साथ जटिलता और लक्षणों की लिस्ट लंबी होती जा रही है। धीरे-धीरे वो लक्षण भी सामने आ रहे हैं, जिस पर किसी का भी ध्यान नहीं है। खासतौर से आवाज में हो रहे बदलाव को लोग मामूली समझ रहे हैं, लेकिन यह कोरोना का लक्षण हो सकता है, कोई सपने में भी सोच नहीं सकता। अगर आपको भी अपनी आवाज कर्कश लगने लगी है या कुछ और चेंज लग रहे हैं, तो आपको कोरोना होने का संदेह है।
भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। भारत अब कोरोना की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। पहली लहर के मुकाबली दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक है। डॉक्टर्स के अनुसार, बुखार, खांसी और गंध अब तक कोरोना के मुख्य लक्षण हैं। लेकिन अब इसके नए संकेत दिखाई देने लगे हैं। हो सकता है लोग इस लक्षण को आसानी से समझ न पाएं, लेकिन ध्यान देना बहुत जरूरी है।
- आवाज में बदलाव जैसे असामान्य लक्षणों के साथ कोविड के सामान्य लक्षणों को कभी अनदेखा नहीं करना चाहिए। जैसे-बुखार यदि तीन दिन से ज्यादा बना हआ है, तो टेस्ट कराएं।
- सूखी खांसी की समस्या काफी वक्त से है, तो दवाओं के भरोसे ना रहे, जांच कराने जाएं।
- गले में खराश को इस समय मामूली ना समझें। बल्कि दवा के बाद भी असर ना लगे, तो टेस्ट करा लें।
- गर्मी के मौसम में भी नाक बह रही है या भर रही है, तो कोरोना होने की पूरी संभावना है।
- सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ होने पर सीधे डॉक्टर के पास जाएं।
- खाने में स्वाद ना आ रहा हो या गंध चली जाए, तो आपको कोरोना टेस्ट कराने की जरूरत है।
- हमारी आवाज सबसे महत्वपूर्ण संचार साधनों में से एक है। इसलिए आवाज में बदलाव को लेकर जरा भी संदेह हो, तो देर न करते हुए सावधानी बरतें और खुद को कोरोना संक्रमण से बचाए रखें।
- आवाज बदल जाने पर क्या करें-कई बार सर्दी-जुकाम के कारण आवाज में बदलाव आना संभव है, लेकिन इन दिनों आपकी आवाज थोड़ी सी भी बदल जाए, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना। कोरोना का ये लक्षण हल्का जरूर है, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया, तो समस्या लंबे समय तक बनी रह सकती है। इसलिए जितना जल्दी हो सके, टेस्ट करा लेना चाहिए। जब तक रिपोर्ट न आ जाए, खुद को अलग और सबसे दूर रखें।
- मास्क पहने रहें। नियमित रूप से गुनगुने पानी से गरारे करने पर फायदा पहुंचेगा। इस दौरान कुछ भी ठंडा और गर्म खाने से बचें। ध्यान रखें शरीर में पानी की कमी न होने पाए, इसलिए खुद को हाइड्रेट रखने के लिए पानी पीते रहें। गले के दर्द को कम करने के लिए हर्बल उपचार भी अपना सकते हैं।