
नई दिल्ली : ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की टीम से एक और बेहद अहम विकेट गिरा है। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जितिन प्रसाद को पार्टी में शामिल करवाया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के बड़े ब्राहम्ण चेहरों में से एक जितिन प्रसाद पिछले कई दिनों से पार्टी हाईकमान से नाराज थे। वह कांग्रेस में तवज्जो न मिलने और यूपी कांग्रेस के कुछ नेताओं से अपनी नाराजगी जाहिर भी कर चुके हैं। जितिन प्रसाद की शिकायत को पार्टी हाईकमान ने नजरअंदाज किया। यही वजह है कि उन्होंने आज बीजेपी का दामन थाम लिया।
‘कांग्रेस में अपनों के लिए कुछ नहीं कर पा रहा था‘
बीजेपी में शामिल होने के बाद जितिन प्रसाद ने कहा कि बीजेपी ने कल्याणकारी योजनाएं लागू कीं। जिस दल में मैं था, महसूस हुआ कि जब अपनों के हितों के लिए कुछ कर नहीं पा रहा हूं। जब आप किसी की सहायता नहीं कर सकते। इस लायक नहीं हैं कि जनता के हितों की रक्षा नहीं कर सकते… कांग्रेस में मुझे यह महसूस होने लगा था, इसलिए बीजेपी जॉइन की। जितिन ने कहा कि मैं ज्यादा नहीं बोलूंगा। मेरा काम बोलेगा। अब मैं एक समर्पित बीजेपी का कार्यकर्ता हूं। मेरा उद्देश्य भी सबका साथ, सबका विकास, एक भारत श्रेष्ठ भारत पर काम करूंगा।
बीजेपी ने जितिन पर क्यों लगाया दांव
यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले बीजेपी अपने सभी सियासी समीकरण को दुरुस्त करने में जुट गई है। अंदरखाने खबर है कि बीजेपी से ब्राह्मणों का एक बड़ा तबका नाराज है। यह नाराजगी खासतौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से है। ऐसे में बीजेपी, जितिन प्रसाद को शामिल कराकर ब्राह्मणों के बीच बड़ा संदेश देना चाहती है।
यूपी में जितिन प्रसाद की होगी बड़ी भूमिका : गोयल
उससे पहले केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उन्हें बीजेपी मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता दिलाई। उन्होंने जितिन प्रसाद को उत्तर प्रदेश का बड़ा नेता बताया और कहा कि यूपी की राजनीति में प्रसाद की बड़ी भूमिका होने वाली है। गोयल ने उत्तर प्रदेश की जनता के हित में जितिन प्रसाद के किए गए कामों का भी उल्लेख किया और कहा कि उनके आने से यूपी में बीजेपी का हाथ और मजबूत हुआ है।