
नई दिल्ली : एक ओर जहां दुनिया कोरोना महामारी के दंश से पूरी तरह उबरी भी नहीं पाई है। अमीर देशों में तो अधिकांश आबादी का टीकाकरण हो चुका है लेकिन अफ्रीकी देशों में करोड़ों लोग कोरोना के कवच से वंचित हैं। इस बीच अमेरिकी स्वास्थ्य सेवा विभाग के अधिकारियों ने कुछ देशों में ठीक वैसी स्थितियां बनने की आशंका जताई हैं जैसे 20 साल पहले एड्स संक्रमण के दौर में बनी थीं। मिली जानकारी के अनुसार आज से करीब 20 साल पहले एक विनाशकारी वायरस उन देशों को बर्बाद कर रहा था जिनके पास अमेरिका जैसे अमीर देश के लोगों के लिए मौजूद दवाओं की कमी थी। इस वायरस को एचआईवी नाम दिया गया था। उस दौर में इसके इलाज की दवाओं का पेटेंट हुआ और भारी कीमत तय की गई। गरीब देशों के पास इस संक्रमण की दवा और इंजेक्शन को सही तापमान पर रखने की क्षमता नहीं थी। ऐसे में ये काफी दुखद है कि इतने सालों बाद भी ऐसी स्थितियों में बदलाव नहीं आया है।