ऑड-ईवन के आखिरी दिन एक्यूआई पहुंचा 700 के पार, केजरीवाल ने पराली को ठहराया जिम्मेदार

Arvind Kejriwal

नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए मुख्यमंत्री द्वारा चलाए गए ऑड-ईवन फॉर्मूले का शुक्रवार को अंतिम दिन है। इस बीच शुक्रवार सुबह दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में हवा की गुणवत्ता गंभीर स्तर पर पहुंच गई। ज्यादातर इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 700 के पार पहुंच गया। शहर में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। ‌इसके बावजूद शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यह स्पष्ट कर दिया कि फिलहाल ऑड-ईवन का फॉर्मूला आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। हालांकि, इस मामले में अंतिम निर्णय सोमवार को लिया जा सकता है। अभी सरकार वेट ऐंड वॉच मोड में है। इसके साथ ही केजरीवाल द्वारा घोषणा की गयी कि दिल्ली में सेप्टिक टैंक की सफाई निःशुल्क की जाएगी।

उच्चतम न्यायालय में सुनवाई के चलते नहीं लिया सरकार ने ऑड-इवन पर निर्णय

दिल्ली में गुरुवार को एक्यूआई 472 था। वायु प्रदूषण की खतरनाक स्थिति को देखते हुए दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के स्कूलों को 14 और 15 नवंबर के लिए बंद रखा गया था। वायु गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली में 4 नवंबर को ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू किया था, आज इसका आखिरी दिन है। उच्चतम न्यायालय में इस पर सुनवाई के चलते केजरीवाल सरकार फिलहाल इसे आगे बढ़ाने पर कोई निर्णय नहीं ले सकी है। हालांकि, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कह चुके हैं कि जरूरत पड़ने पर ऑड-ईवन की अवधि में विस्तार किया जा सकता है।

जबरन नहीं थोपना चाहते

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि आने वाले दो दिनों में वायु की गुणवत्ता में सुधार होने के आसार बने हुए हैं। ऐसे में जबरन दिल्ली के लोगों पर वे ऑड-ईवन थोपना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि अगर अगले दो-दिनों में स्थिति में सुधार नहीं होता तो सोमवार को ऑड-ईवन पर आगे निर्णय लिया जाएगा।

सोमवार को लिया जाएगा निर्णय

केजरीवाल ने ऑड-ईवन पर जनता को सहयोग करने के लिए बधाई दी है। उन्होंने बताया कि 2 करोड़ की जनसंख्या में प्रतिदिन केवल 250-300 चालान ही कटे। कल परसों तक वायु की गुणवत्ता में सुधार होगा। हम नहीं चाहते कि दिल्ली की जनता को किसी तरह की परेशानी हो। अगर कल-परसो में सुधार होता है तो इसकी जरूरत नहीं है। सोमवार को अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

पराली को ठहराया प्रदूषण का जिम्मेदार

दिल्ली से सटे राज्यों में जलाई जा रही पराली को प्रदूषण का जिम्मेदार ठहराते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘ऑड-ईवन स्‍थानीय प्रदूषण को नियंत्रित करता है। आज प्रदूषण का प्रमुख कारण पराली है। हर रोज दिल्ली में करीब 30 लाख गाड़ियां सड़कों पर उतरती हैं। ऑड-ईवन का फॉर्मूला लागू होने से एक दिन में 15 लाख गाड़ियां उतरती हैं, जिस कारण प्रदूषण में कुछ हद तक कमी दर्ज की जा सकती है।’

सेप्टिक टैंक की निःशुल्क सफाई की योजना

अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी कि दिल्ली सरकार ने सेप्टिक टैंक की सफाई की योजना बनाई है। इसमें दिल्ली जल बोर्ड द्वारा सेप्टिक टैंक की निःशुल्क सफाई करवाई जाएगी। उनके अनुसार दिल्ली के लोग फोन के जरिए सेप्टिक टैंक की सफाई करवा सकेंगे। दिल्ली सरकार इसके लिए एक महीने में एजेंसी हायर करके टेंडर दे देगी।

आॅड-ईवन फाॅर्मूला क्या है

ऑड-ईवन फॉर्मूले के तहत दिल्ली में 4 नवंबर से ऑड या ईवन अंक वाली तारीख को उन वाहनों को सड़क पर उतरने की इजाजत दी गयी थी जिनके नंबर प्लेट का आखिरी अंक भी सम या ईवन हो यानि 2,4,6,8 और 0 इसी तरह विषम या ऑड अंक वाली तारीख को उन वाहनों को छूट मिली जिनकी नंबर प्लेट का आखिरी अंक भी विषम हो यानि 1,3,5,7 और 9 हो। इस बार यह नियम सीएनजी से चलने वाली प्राइवेट गाड़ियों और दूसरे राज्यों में आने वाली गाड़ियों पर भी लागू किया गया था। हालां‌कि, महिला कार चालकों, स्कूली बच्चों वाली गाड़ियों और टूवीलर्स को छूट दी गयी थी।

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