
नई दिल्ली : अमरनाथ यात्रा की तैयारियों के बीच सुरक्षा बलों को स्टिकी बम के लिए सतर्क किया जा रहा है। इन बमों पर मैग्नेट लगा होता है, जिसे किसी भी वाहन के नीचे चिपका कर टाइमर या रिमोर्ट से विस्फोट किया जा सकता है। बीते वर्ष फरवरी माह में पहली बार सीमा सुरक्षा बल ने सांबा जिले से 14 ऐसी आईईडी बरामद की थी, जिनमें मैगनेट लगे थे।
सतर्कता ही स्टिकी बम के खतरे का हल
इन आईईडी को स्टिकी बम के रूप में इस्तेमाल करने के लिए तैयार किया गया था। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के डीआईजी हीरानगर रेंज देवेंद्र यादव ने कहा कि सतर्कता ही स्टिकी बम के खतरे का हल है। उन्होंने कहा कि स्टिकी बम की चुनौती से निपटने के लिए सबसे बेहतर रणनीति सतर्कता है। जवानों को इसके लिए विशेष रूप से अलर्ट किया गया है।
पहले भी स्टिकी बम बरामद किए जा चुके हैं
जम्मू में इंटर बटालियन वेट लिफ्टिंग प्रतियोगिता में पहुंचे डीआईजी ने कहा कि अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में किसी तरह की कसर नहीं रहेगी। उल्लेखनीय है कि सुरक्षा बलों की सतर्कता से पहले भी स्टिकी बम बरामद किए जा चुके हैं। बीते वर्ष अगस्त और सितंबर माह में पुंछ जिले से आईईडी लगे चार स्टिकी बम मिले थे। हाल ही में 28 अप्रैल को जम्मू के सिद्दड़ा बाइपास रोड पर आईईडी बरामद की गई थी। डीआईजी ने कहा कि सभी सुरक्षा एजेंसियां यात्रा को महफूज बनाने की तैयारियों में लगी हैं।