
अभी 1100 स्पेशल गाड़ियां चल रहीं, इनमें दोगुना किराया वसूला जा रहा
नई दिल्ली : देश में कोरोना की स्थिति में सुधार के बावजूद बड़ी संख्या में ट्रेनें अब भी लॉक हैं। ज्यादातर प्रमुख रूट पर स्पेशल ट्रेन चल रही हैं, लेकिन लोगों को इनमें दोगुना तक किराया देना पड़ रहा है। ऐसे में एक अच्छी खबर है- रेल मंत्रालय को उम्मीद है कि मार्च तक सभी मेल-एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू हो जाएंगी। रेलवे नियमित ट्रेनाें काे दाेबारा पटरी पर लाने की तैयारी में है।देश में काेरोना संक्रमण से पहले करीब 12 हजार यात्री ट्रेनें चल रही थीं। रेल मंत्रालय के मुताबिक अभी 1700 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों में से 1100 से अधिक चल रही हैं। पांच से छह हजार सब अर्बन ट्रेनों में से 90% चल रही हैं। इंटर स्टेट ट्रेन करीब 3.5 हजार हैं जिनमें से करीब 300 ही चल रही हैं। रेल मंत्रालय के मुताबिक मार्च तक सभी मेल-एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की कोशिश है।केंद्रीय स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय कोविड की स्थिति का रिव्यू कर रेल मंत्रालय को रिपोर्ट देंगे। राज्यों में आपसी सहमति उनकी मांग के आधार पर ज्यादा इंटरस्टेट ट्रेनें चलाने के बारे में निर्णय होगा। चूंकि महाराष्ट्र और केरल को छोड़कर अन्य सभी राज्यों में कोराेना अब काबू में है। इसलिए माना जा रहा है ट्रेनों की संख्या अगले महीने से बढ़ने लगेगी।