
अहमदाबाद: गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के टिकटों की बिक्री से अर्जित 5.24 करोड़ रुपये की धनराशि के गबन को लेकर रकम एकत्रित करने वाली एजेंसी के कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मालूम हो कि देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की यह प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है और इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के नाम से जाना जाता है। अक्टूबर 2018 में उद्घाटन के बाद से ही यह पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। नर्मदा जिले के केवड़िया स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के प्रबंधन ने करीब डेढ़ साल में यह राशि जमा की थी और राशि नकदी एकत्र करने वाली एजेंसी को दी गयी थी, जिसकी नियुक्ति वड़ोदरा स्थित निजी बैंक ने की थी। उप पुलिस अधीक्षक वाणी दूधत ने कहा कि कुछ कर्मचारियों ने 5,24,77,375 रुपये स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्राधिकरण के खाते में जमा नहीं किये हैं। निजी बैंक के प्रबंधक ने सोमवार रात को केवड़िया थाने में नकदी जमा करने वाली एजेंसी के साथ-साथ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है। हालांकि, अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस बीच, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी प्राधिकरण ने बुधवार को कहा कि बैंक ने उसके खाते में 5.24 करोड़ रुपये जमा करा दिए हैं। प्रबंधन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी इस मामले में शामिल नहीं है। यह बैंक और नकद एकत्र करने वाली एजेंसी के बीच का यह मामला है। बैंक ने पहले ही हमारी राशि खाते में जमा करा दी है।