
नई दिल्ली : कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम द्वारा देश को संबोधित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि साल 2020 ने आधा सफर पूरा कर लिया है। हर तरफ वैश्विक महामारी की ही बात हो रही है। हर कोई एक ही विषय पर चर्चा कर रहा है कि यह साल जल्दी क्यों नहीं बीत रहा, यह बीमारी कब खत्म होगी। कोई कह रहा है, 2020 शुभ नहीं है, लेकिन मैं कहता हूं कि एक साल में एक चुनौती आए या 50, साल कभी खराब नहीं होता है। प्रधानमंत्री ने लद्दाख गतिरोध पर कहा कि भारत दोस्ती निभाने के साथ-साथ उचित जवाब देना भी जानता है।
इससे पहले योग और कोरोना महामारी पर की थी चर्चा
मोदी का यह 66वां मन की बात कार्यक्रम है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने जनता से योग और कोरोना महामारी पर चर्चा करते हुए कहा था कि ‘‘कोरोना काल में देखा जा रहा है कि हरिद्वार से हॉलीवुड तक लोग योग अपना रहे हैं। कई लोग आयुर्वेद की तरफ लौट रहे हैं। कम्युनिटी, इम्युनिटी तथा यूनिटी के लिए योग बेहतर साबित हो सकता है।’’ साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि ‘‘जीवन में योग को बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय ने एक प्रतियोगिता शुरू की है। दुनियाभर से लोग इसमें हिस्सा ले सकते हैं। आपको योग करते हुए वीडियो पोस्ट करना है और योग से आए बदलावों को बताना है।’’
इन मुद्दों पर भी बोले थे पीएम मोदी
मोदी ने पिछली ‘मन की बात’ में टिड्डियों के हमलों, बंगाल और ओडिशा में आए सुपर साइक्लोन अम्फान, कोरोना वायरस सहित कई मुद्दों पर बात की थी, जिसमें उन्होंने टिड्डियों के हमले के बारे में जिक्र करते हुए कहा था कि एक छोटा सा जीव कितना बड़ा नुकसान करता है। साथ ही उन्होंने कहा था कि कोरोना एक ऐसी आपदा है जिसका पूरी दुनिया के पास कोई इलाज ही नहीं है। जिसका कोई पहले का अनुभव ही नहीं है तो ऐसे में नई-नई चुनौतियां और उसके कारण परेशानियां हम अनुभव भी कर रहें हैं।