
प्रयागराजः रेल मंत्रालय ने रेल दुर्घटनाओं में हताहत हुए यात्रियों के आश्रितों के लिए प्रयागराज में रेल दावा अधिकरण (रेलवे क्लेम्स ट्रिब्यूनल) की बेंच खोलने का निर्णय लिया है। इस अधिकरण से दावों के तुरंत भगुतान और उनके मामलों का जल्द निपटारा हो सकेगा।
रेल मंत्री ने 12 सितंबर को इस बारे में औपचारिक घोषणा मुम्बई में की थी और भारत सरकार के गजट में अधिसूचना जारी कर दी गयी है। उम्मीद है कि इसी साल नवंबर माह तक यह बेंच प्रयागराज में खुल जायेगी।
उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने सोमवार को बताया कि अभी तक बुंदेलखंड और प्रयागराज के आसपास के जिलों के रेलयात्रियों के दावों की सुनवाई लखनऊ, गोरखपुर या गाजियाबाद या अन्य स्थानों पर होती है जिससे यात्रियों के साथ साथ रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। नयी बेंच खुलने से यात्रियों और रेल कर्मचारियों को काफी राहत मिलेगी। वर्तमान में उत्तर मध्य रेलवे के करीब तीन हजार मामले विभिन्न रेल दावा अधिकरण में लंबित हैं।”
ये जिले होंगे शामिल
नई पीठ में उत्तर प्रदेश के बांदा, भदोही(संत रविदास नगर), चंदौली, चित्रकूट, फतेहपुर, जालौन, जौनपुर झांसी, कन्नौज, कौशांबी, ललितपुर, महोबा, मिर्जापुर, प्रतापगढ, प्रयागराज(इलाहाबाद), सोनभद्र(राबर्ट्सगंज) एवं वाराणासी जिले शामिल होंगे।