जमानत मिली तो असर डालेंगे, 21 दिसंबर को बिचार भवन में दोबारा होगी
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राशन मामले में ईडी ने पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को इस भ्रष्टाचार का ‘किंगपिन’ बताया था। अदालत में ईडी ने दावा किया कि भले ही वह मंत्री नहीं हैं, फिर भी वह शक्तिशाली हैं। उन्होंने ज्योतिप्रि की शक्ति दिखाने के लिए उन्हें ‘किंगमेकर’ कहा। ईडी का दावा है, जमानत मिलने पर ज्योतिप्रिय पूरी जांच प्रक्रिया को प्रभावित कर सकते हैं। यह सुनवाई नवंबर से शुरू हुई है। बुधवार को उनकी जमानत का विरोध करते हुए ईडी ने कहा कि भ्रष्टाचार के पीछे ज्योतिप्रिय खुद ही मास्टरमाइंड हैं। इस मामले में जो भी लोग गिरफ्तार किये गये हैं, उन्होंने पूर्व मंत्री पर उंगली उठाई है।
उनका रसूख कम नहीं हुआ है
गिरफ्तारी के इतने दिनों बाद भी उनका रसूख कम नहीं हुआ है। ईडी के मुताबिक ज्योतिप्रिय अभी भी राजनीतिक तौर पर प्रभावित करने में सक्षम हैं। ईडी के वकील ने अदालत में टिप्पणी की, “उनके पास राजा बनाने की शक्ति है, भले ही वह राजा न हों।” ईडी ने कहा, “कुछ किंग हैं, कुछ किंगमेकर हैं। ऐसे भी मामले हैं जहां लंबे समय तक मंजूरी नहीं मिल रही है। किंगमेकर वास्तव में उतने ही शक्तिशाली हैं। जमानत मिलने पर ज्योतिप्रिय पूरे केस को प्रभावित कर सकता है। राशन मामले में ईडी ने ज्योतिप्रिय को 27 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद वह बीमार पड़ गये। वह कई दिनों से एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती थे। उस वक्त ईडी को एक नोट बरामद हुआ था। कथित तौर पर ज्योतिप्रिय ने अस्पताल में बैठकर अपनी बेटी को पत्र लिखा था। वह पत्र ईडी तक पहुंच गया। ईडी ने दावा किया कि इसमें पैसों के लेन-देन से जुड़ी कई जानकारियां लिखी हुई थीं। बुधवार को ईडी के वकीलों ने कहा, ”मौका मिलने पर ज्योतिप्रिय क्या कर सकते हैं, हमने पीजी हॉस्पिटल में देखा है। मामले की सुनवाई 21 दिसंबर को बिचार भवन में दोबारा होगी।”