नई दिल्ली : प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर में सेना की क्षमता को बढ़ाने के मकसद से अलग ‘थिएटर कमान’ स्थापित करने की योजना का ऐलान किया है। संवाददाताओं से बातचीत में जनरल रावत ने कहा कि अगले साल के अंत तक ‘पेनिसुलर कमान’ की स्थापना हो जाएगी जिसके तहत भारतीय नौसेना की पूर्वी और पश्चिमी कमान का विलय किया जाएगा। वहीं, वायु रक्षा कमान अगले साल की शुरुआत में स्थापित किया जाएगा जिसके अधीन भारतीय वायु सेना होगी और लंबी दूरी की सभी मिसाइलें तथा वायु रक्षा से जुड़ी संपत्ति इसके दायरे में आएंगी।
पनडुब्बियां हैं नौसेना की प्राथमिकता
प्रमुख रक्षा अध्यक्ष ने कहा कि ‘जल्द ही भारत के पास अलग प्रशिक्षण और सैद्धांतिक कमान भी होगी जिसे ‘लॉजिस्टिक्स’ कमान के तौर पर जाना जाएगा।’ उन्होंने कहा कि नौसेना के लिए विमान वाहक पोत की तुलना में पनडुब्बियां प्राथमिकता हैं। हालांकि, नौसेना की तीसरे विमान वाहक पोत की मांग पर स्वदेश निर्मित विमान वाहक पोत के प्रदर्शन का आकलन करने के बाद गौर किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने 114 लड़ाकू विमानों सहित बड़े सौदों की क्रमबद्ध तरीके से खरीदारी की नीति का भी समर्थन किया।