कोलकाता: महानगर में रविवार को दीपावली के साथ-साथ काली पूजा का त्योहार हर्षोल्लास और उमंग के साथ मनाया गया। इस दिन सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ रही। कालीघाट मंदिर, दक्षिणेश्वर मंदिर, तारापीठ, लेक कालीबाड़ी और ठनठनिया कालीबाड़ी सहित विभिन्न काली मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भक्तों ने इस दिन शक्ति की आराधना की। इस दिन सुबह से ही काली घाट और दक्षिणेश्वर मंदिर में पूजा करने वाले लोगों की भारी भीड़ उमड़ी थी। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ जिलों में भी पर्व की धूम रही। नैहाटी की बड़ो मां काली मंदिर में भी लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था, वहां भी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतेजाम थे। वहीं, कालीघाट स्थित आवास पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सपरिवार मां काली की पूजा करती हुईं नजर आईं। तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी इस दौरान पूजा में नजर आए।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर हुई पूजा
सीएम ममता बनर्जी ने लोगों को दिवाली और कालीपूजा की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सोशल साइट पर लिखा कि सभी को दिवाली और कालीपूजा की शुभकामनाएं। सीएम के कालीघाट स्थित आवास पर हर साल की तरह इस साल भी कालीपूजा का आयोजन किया गया। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी भी पूजा में शामिल हुए। इस दिन सीएम खुद ही प्रसाद तैयार कीं। इस खास दिन पर वह बिल्कुल अलग मूड में नजर आयीं। कालीपूजा से जुड़े सभी आयोजन पर सीएम खुद ही नजर रखीं। उनके आवास पर आकर प्रसाद लेने वालों की लाइन लग जाती है। मुख्यमंत्री आवास पर काली पूजा देखने के लिए पार्टी नेताओं से लेकर कई आम लोग भी उमड़ पड़ें। उल्लेखनीय है कि सीएम काली पूजा के मौके पर हर वर्ष अपने आवास पर विधिवत पूजन करती हैं।
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी भी घर की पूजा में सपरिवार शामिल हुए। दीदी खुद ही पूजा की सारी व्यवस्थाओं की देखरेख कीं। अभिषेक बनर्जी पूजा में बैठे तथा पूजा हवन भी किया। आरती में सभी शामिल हुए। हर बार की तरह इस बार भी पूजा के दौरान अभिषेक बनर्जी की मां लता बनर्जी सीएम के साथ रहीं। अभिषेक बनर्जी अपने बेटे के साथ पूजा स्थल पर आयें। अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा व बेटी अजानिया भी शामिल हुई। परिवार के अन्य सदस्यगण भी पूजा में शामिल हुए।
51 शक्तिपीठों में शामिल है कालीघाट स्थित मां काली का मंदिर: कालीघाट मंदिर में पूजा करना लोगों के बीच काफी महत्व रखता है। इस मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी बड़ी संख्या में भक्तों का तांता लगा रहता है। यह देश भर में पाए जाने वाले 51 शक्तिपीठों में से एक है।
तारापीठ में तैयार किया गया मां काली के लिए विशेष भोग ः इस दिन बीरभूम स्थित मां तारा के मंदिर में भी सुबह से भक्ताें का तांता लगा रहा। लोग घंटों लाइन में खड़े होकर मां काली के दर्शन का इंतजार करते नजर आये। तारापीठ मंदिर के पुजारी ने बताया कि आज के दिन मां तारा के लिए विशेष भोग का आयोजन किया गया है। इस अतिरिक्त भोग को तैयार करने के लिए 15 पुजारियों को भी रखा गया है ताकि तारापीठ मंदिर में आने वाले सभी दर्शनार्थियों यह भोग मिल सके।
सुबह से ही दक्षिणेश्वर समेत विभिन्न काली मंदिरों में लोगों का सैलाब उमड़ा। चारों ओर सिर्फ जय मां काली की ही ध्वनि गूंज रही थी। सिर्फ कोलकाता और आस पास के जिलों से ही नहीं बल्कि भक्त इस दिन दूसरे राज्यों से भी यहां आये थे। इस दिन दोपहर दो बजे तक भोग का आयोजन किया गया था। बताया गया कि कुछ समय के लिए पूजा रोक दी गयी थी। शाम को कपाट दोबारा खुले गये।