
लखनऊ : हिंदू समाज पार्टी के पूर्व अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या मामले में रविवार को पीड़ित परिजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। कमलेश के परिजनों ने सीएम योगी के सामने 11 मांगें रखी हैं। पीड़ित परिजन मुख्यमंत्री से लखनऊ में कमलेश की प्रतिमा लगाने की मांग कर रहा है। वहीं, खुर्शीद बाग का नाम बदलकर कमलेश बाग रखने की भी मांग की गई है। साथ ही अपराधियों पर कठोर कार्रवाई करने की गुहार भी लगाई है। इससे पहले कमलेश के बेटे सत्यम तिवारी को मुख्यमंत्री योगी ने अपने आवास पर मिलने के लिए बुलाया था।
समझौता पत्र पेश किया गया सीएम योगी के समक्ष
इस मुलाकात के दौरान कमलेश के परिवार वालों ने अपनी मांगों को लेकर एक समझौता पत्र सीएम योगी के समक्ष प्रस्तुत किया। लखनऊ के कमिश्नर मुकेश कुमार मेश्राम और सीतापुर के जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी के हस्ताक्षर भी इस समझौता पत्र पर मौजूद हैं। समझौते में वादा किया गया है कि कमलेश की हत्या की जांच एसआईटी और एनआईए से कराई जाएगी, जिसमें आईजी स्तर के अधिकारी शामिल होंगे। इससे पहले कमलेश तिवारी की मां ने मांग की थी कि पीएम योगी महमूदाबाद आएं। उनके दो लड़कों को सरकारी नौकरी मिले, परिवार को आर्थिक मदद दी जाए और नाका पुलिस पर कड़ी कार्रवाई हो।
भय का माहौल तैयार करने वालों से निपटेंगे – योगी
घटना के बाद शनिवार को सीएम योगी ने हत्याकांड के बारे में बयान दिया ‘दहशत पैदा करने वाले तत्वों को कुचलकर रख देंगे। किसी भी प्रकार की वारदात स्वीकार नहीं की जाएगी। इस घटना में शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा।’ योगी सरकार ने कमलेश के परिवार को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही है। प्रशासन और कमलेश तिवारी के परिवार के बीच हुए समझौते में उनके परिजन को अगले 48 घंटे में सुरक्षा दिए जाने की शर्त लिखी गई है। इसके अलावा आर्थिक सहायता और कमलेश तिवारी के बड़े बेटे को सरकारी नौकरी भी दिए जाने की बात कही गई है। सरकारी योजना के तहत लखनऊ में आवास और शस्त्र लाइसेंस दिलवाने का वादा भी किया गया है।
हमलावर लखनऊ के होटल में रुके थे
बता दें कि बीते शुक्रवार को ही हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी। पुलिस के मुताबिक, फरीद और अशफाक असली पहचान पत्र के जरिए 17 अक्टूबर से खालसा होटल में ठहरे थे। उन्होंने रात करीब 11 बजे एक कमरा लिया था। वे अगले दिन सुबह करीब साढ़े दस बजे निकल गए। फिर दोपहर 1.20 बजे होटल लौटे और 1.37 बजे फिर चले गए। होटल की अलमारी से बैग, लोअर और लाल-भगवा कुर्ते मिले। सभी कपड़े और तौलिया पर खून के निशान मिले हैं। नए मोबाइल और चश्मे के डिब्बे, सेविंग किट आदि सामान मिले हैं। पुलिस ने कमलेश की हत्या के मामले में शनिवार को सूरत से तीन और बिजनौर से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। हालांकि, वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी फरीद और अशफाक फरार हैं। जांच में सामने आया है कि घटना की साजिश दुबई में रची गई। हत्या को अंजाम देने के लिए सूरत में गैंग बनाई गई। इसके बाद लखनऊ जाकर हत्या की गई।
हमले की जिम्मेदारी अल-हिंद ब्रिगेड संगठन ने ली
पुलिस के मुताबिक, हमले की साजिश रशीद शेख ने दो महीने सूरत में रहकर रची थी। जबकि फैजान ने सूरत की दुकान से मिठाई खरीदी थी। वह दुकान की सीसीटीवी फुटेज में नजर आया है। जांच में पता चला है कि कमलेश को मारने गए हमलावरों के हाथ में मिठाई के यही डिब्बे थे, जिनमें उन्होंने हथियार छिपा रखे थे।
सीसीटीवी फुटेज से सुराग मिलने के बाद गुजरात एटीएस ने सूरत से मौलाना मोहसिन सलीम शेख, फैजान युनूस भाई जिलानी और रशीद शेख को गिरफ्तार किया। वहीं, यूपी एटीएस ने कमलेश पर डेढ़ करोड़ रुपए का इनाम रखने वाले बिजनौर के दो मौलानाओं माेहम्मद मुफ्ती नईम काजमी और इमाम माैलाना अनवारुल हक को पकड़ा है।